घर की सुख-शांति के लिए ऐसे करें बहुला चतुर्थी की पूजा, होगी भगवान गणेश की कृपा

घर की सुख-शांति के लिए ऐसे करें बहुला चतुर्थी की पूजा, होगी भगवान गणेश की कृपा
 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार पड़ते हैं और सभी का अपना महत्व होता है लेकिन बहुला चतुर्थी को खास माना गया है जो कि गणपति की साधना आराधना का दिन होता है इस दिन भक्त भगवान श्री गणेश की विधिवत पूजा करते हैं और उपवास आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु का आशीर्वाद मिलता है।

हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को बहुला चतुर्थी का व्रत किया जाता है। बहुला चतुर्थी साल में आने वाली 4 प्रमुख चतुर्थी में से एक माना गया है इस दिन भगवान गणेश और चंद्र देव की पूजा का विधान होता है। इसे संकष्टी चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है इस बार बहुला चतुर्थी का व्रत 22 अगस्त को रखा जाएगा। तो आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा बहुला चतुर्थी व्रत पूजा की संपूर्ण विधि के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

बहुला चतुर्थी की पूजा विधि—
आपको बता दें कि बहुला चतुर्थी का उपवास रखने वाली महिलाओं को सुबह उठकर स्नान आदि करना चाहिए। इसके बाद व्रत पूजन का संकल्प करें अब दिनभर व्रत के नियमों का पालन करें इस दिन फलाहार का सेवन करें मन ही मन गणपति के मंत्रों का भी जाप करें। फिर शाम के वक्त शुभ मुहूर्त से पहले पूजा की तैयारी करें और घर में किसी स्थान को गंगाजल से शुद्ध करें। अब चौकी पर लाल वस्त्र बिछाकर गणपति की प्रतिमा स्थापित करें

सबसे पहले भगवान को कुमकुम का तिलक लगाएं और पुष्पों की माला अर्पित करें फिर घी का दीपक जलाएं और अबीर, गुलाल, रोली, हल्दी, पुष्प, दूर्वा, नारियल भगवान को अर्पित करें इसके बाद ऊं गं गणपतये नम: गणेश मंत्र का जाप करें और भगवान को भोग लगाएं। पूजा के बाद ​प्रभु की आरती करें। चंद्रमा के उदय होते ही उसे जल अर्पित कर पुष्प चढ़ाएं। फिर प्रसाद खाएं और फिर भोजन करें। मान्यता है कि इस विधि से पूजा पाठ और व्रत करने से घर में सुख शांति बनी रहती है।