Shani Pradosh Vrat 2024 शुभ योग में शनि प्रदोष व्रत आज, इस विधि से करें भगवान भोलेनाथ की आराधना

Shani Pradosh Vrat 2024 शुभ योग में शनि प्रदोष व्रत आज, इस विधि से करें भगवान भोलेनाथ की आराधना
 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में कई सारे व्रत त्योहार मनाए जाते हैं और सभी का अपना महत्व भी होता है लेकिन प्रदोष व्रत को बेहद ही खास माना गया है जो कि हर माह में दो बार पड़ता है। यह तिथि भगवान शिव को समर्पित होती है इस दिन भक्त भगवान भोलेनाथ की विधिवत पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की असीम कृपा बरसती है और दुख कष्ट दूर हो जाते हैं

हिंदू पंचांग के अनुसार अभी भाद्रपद माह चल रहा है और इस माह का पहला प्रदोष व्रत आज यानी 31 अगस्त दिन शनिवार को किया जा रहा है इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने से जीवन की सारी परेशानियां व दुख दूर हो जाते हैं और सुख समृद्धि व सफलता का आशीर्वाद मिलता है, ऐसे में आज हम आपको अपने इस लेख द्वारा प्रदोष व्रत पर शिव पूजा की संपूर्ण विधि बता रहे हैं तो आइए जानते हैं। 

भगवान शिव की पूजा विधि—
आपको बता दें कि प्रदोष के दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें इसके बाद पूजा अनुष्ठान आरंभ कर सबसे पहले मंदिर की अच्छी तरह साफ सफाई करें फिर भगवान शिव की प्रतिमा और शिवलिंग का जलाभिषेक करें। अब पुष्प, बेलपत्र, भांग और धतूरा भगवान को अर्पित कर सफेद चंदन से महादेव के माथे पर त्रिपुंड बनाएं।

इसके बाद देसी घी का दीपक जलाएं और भगवान शिव को खीर का भोग लगाएं। फिर रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का 108 बार जाप करें। इसके बाद भगवान शिव को अक्षत, मीठा पान, मौसमी फल अर्पित करें और माता पार्वती को श्रृंगार की सामग्री अर्पित कर भगवान शिव की आरती करें और पूजा में होने वाली भूल चूक के लिए प्रभु से क्षमा मांगे।