भगवान गणेश का चमत्कारी मंदिर जहां होती है सबकी मुरादें पूरी, जरूर करें दर्शन

भगवान गणेश का चमत्कारी मंदिर जहां होती है सबकी मुरादें पूरी, जरूर करें दर्शन
 

ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: सनातन धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवी देवता की पूजा अर्चना को समर्पित होता है वही बुधवार का दिन गणपति की साधना आराधना को समर्पित किया गया है इस दिन भक्त भगवान श्री गणेश की विधि विधान से पूजा करते हैं और व्रत आदि भी रखते हैं

मान्यता है कि ऐसा करने से प्रभु की कृपा बरसती है। लेकिन इसी के साथ ही अगर आज आप गणपति के दर्शन का विचार बना रहे हैं तो आज हम आपको शिव पार्वती के पुत्र का ऐसा चमत्कारी मंदिर बता रहे हैं जहां भक्तों की सारी मुरादें पूरी हो जाती है तो आइए जानते हैं कि वह मंदिर कौन सा है। 

उच्ची पिल्लयार कोइल मंदिर, तमिलनाडु—
आपको बता दें कि भगवान श्री गणेश का यह चमत्कारी मंदिर तमिलनाडु के तिरूचिरापल्ली में स्थित है जो कि बेहद प्राचीन माना गया है। गणपति का उच्ची पिल्लयार कोइल मंदिर 272 फीट 
ऊंची पहाड़ियों पर स्थित है। एक मान्यता है के अनुसार यहां पर भगवान गणेश ने भगवान रंगनाथ की प्रतिमा स्थापित की थी। वही पौराणिक कथा के अनुसार रावण के वध के बाद प्रभु श्रीराम ने विभीषण को भगवान रंगनाथ की मूर्ति भेंट की थी और प्रभु राम ने विभीषण से कहा था कि इस बात का ध्यान रखना कि एक बार जहां भी यह प्रतिमा रखोगे वही पर यह स्थापित हो जाएगी।

ऐसे में विभीषण इस प्रतिमा को लंका लेकर जाना चाहते थे। लंका जाते वक्त मार्ग पर विभीषण की इच्दा कावेरी नदी में स्नान करने की हुई। मगर वह प्रतिमा जमीन पर नहीं रखना चाहते थे। तभी भगवान गणेश चरवाहे का रूप धारण कर वहां आए और बोले कि तुम स्नान कर लो तब तक वे प्रतिमा अपने पास रख लेंगे। तब विभीषण प्रतिमा श्री गणेश को देकर स्नान करने गए और तभी भगवान गणेश ने रंगनाथ जी की मूर्ति को वहीं जमीन पर रख दिया। मान्यता है कि यहां गणपति के दर्शन व पूजन करने से भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और दुखों व कष्टों का अंत हो जाता है।