आखिर कौन थे Ramayan पर पहली एनिमेटेड फिल्म बनाने वाले निर्देशक ? सरकार से बगावत कर बनाई फिल्म फिर भी नहीं हुई रिलीज़

आखिर कौन थे Ramayan पर पहली एनिमेटेड फिल्म बनाने वाले निर्देशक ? सरकार से बगावत कर बनाई फिल्म फिर भी नहीं हुई रिलीज़
 

मूवीज न्यूज़ डेस्क -वैसे तो पौराणिक कथा रामायण पर कई फिल्में और शो बने, लेकिन बहुत कम ही दर्शकों के दिलों में जगह बनाने में सफल हो पाए। 80 के दशक में रामानंद सागर के शो रामायण के बाद भगवान राम पर बनी जिस फिल्म ने दर्शकों के दिलों में जगह बनाई, वो थी 1992 में रिलीज हुई एनिमेटेड फिल्म रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम।रामायण: द लीजेंड ऑफ प्रिंस राम दुनिया की पहली एनिमेटेड फिल्म थी, जिसमें भगवान राम को एनिमेटेड वर्जन में दिखाया गया था। दिलचस्प बात ये है कि इस पौराणिक फिल्म का निर्माण किसी भारतीय ने नहीं बल्कि जापानी फिल्ममेकर युगो साको ने किया था। वो 1983 के दशक में भारत आए और भगवान राम पर एक डॉक्यूमेंट्री पर काम कर रहे थे, तभी उनकी रामायण में दिलचस्पी जगी और उन्होंने इस पर फिल्म बनाने का सोचा।


भारत में रामायण क्यों नहीं बनी?
युगो साको ने सालों तक रिसर्च करने के बाद फिल्म बनाने का फैसला किया। वो अपनी फिल्म के लिए किसी स्टार को कास्ट करने की बजाय रामायण के किरदारों को एनिमेटेड वर्जन में दिखाना चाहते थे। उनका मानना ​​था कि भगवान राम को किसी कलाकार में दिखाना सही नहीं है। इसलिए उन्होंने इसे एनिमेटेड वर्जन में पेश करने के बारे में सोचा, लेकिन भारत सरकार को एनिमेटेड रामायण पर बवाल मचने का डर था और उन्होंने इसे भारत में बनाने की इजाजत नहीं दी।

रामायण में इस निर्देशक का था योगदान
युगो साको ने हार नहीं मानी और उन्होंने विदेश में रामायण का निर्माण किया। उस समय उनकी मदद के लिए जो निर्देशक आगे आए, वो एनिमेशन की दुनिया का बड़ा नाम थे। हम बात कर रहे हैं राम मोहन की, जिन्हें भारतीय एनिमेशन का जनक कहा जाता है। राम मोहन ने एनिमेटेड फिल्म का निर्देशन युगो साको के साथ मिलकर किया था।


सरकार के खिलाफ गए थे राम मोहन
भारत में एनिमेशन की शुरुआत करने का श्रेय राम मोहन को जाता है। उन्होंने कार्टून फिल्म्स यूनिट से अपने करियर की शुरुआत की और 100 से ज्यादा फिल्मों में अपने एनिमेशन हुनर ​​से धूम मचाई। नेशनल अवॉर्ड समेत कई खिताब जीत चुके राम मोहन ने एनिमेटेड फिल्म रामायण का सह-निर्देशन भी किया था। हालांकि, आपको शायद ही पता हो कि रामायण के एनिमेटेड वर्जन को लेकर चल रहे बवाल के बीच तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने उन्हें ये फिल्म करने से साफ मना कर दिया था।


स्क्रॉल को दिए गए एक इंटरव्यू में राम मोहन की पत्नी ने खुलासा किया था कि तत्कालीन सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने कहा था कि राम मोहन को रामायण की जगह एनिमेटेड फिल्म पंचतंत्र बनानी चाहिए, लेकिन वे इसके लिए राजी नहीं हुए। उन्होंने उगो सैको से हाथ मिलाया और अपनी टीम के साथ मिलकर सीन, आर्ट सेटिंग, डायलॉग रिकॉर्डिंग, म्यूजिक का जिम्मा संभाला। भले ही उस समय रामायण नहीं चली, लेकिन पिछले कुछ सालों में यह भारत में क्लासिक बन गई है। उगो सैको की रामायण 32 साल बाद भारत में रिलीज होनी थी। एक्सेल एंटरटेनमेंट और गीक पिक्चर्स के साथ यह फिल्म 18 अक्टूबर को सिनेमाघरों में आनी थी, लेकिन अब रिलीज डेट टाल दी गई है। नई रिलीज डेट अभी सामने नहीं आई है।