Ajmer डॉक्टरों ने महिला की सांस नली में फंसी 2.1 सेमी से बड़ी सुपारी निकाली

Ajmer डॉक्टरों ने महिला की सांस नली में फंसी 2.1 सेमी से बड़ी सुपारी निकाली
 
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर करीब छह महीने से खांसी, बुखार एवं सांस की परेशानी से जूझ रही महिला की जांच की तो पता चला कि महिला की सांस नली में सुपारी फंसी हुई है। इससे महिला की जान को भी खतरा था। सीनियर प्रोफसर डॉ. नीरज गुप्ता के नेतृत्व में टीम ने 2.1 सेमी लंबी सुपारी ब्रॉनकोस्कोपी करके बाहर निकाली।जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के श्वास रोग विभाग में सीनियर प्रोफेसर डॉ. गुप्ता ने बताया कि जसनगर, रियांबडी, नागौर की एक 36 वर्षीय महिला लबे समय से खांसी, बुख़ार और सांस की परेशानी से जूझ रही थी। मरीज ने कई जगह चिकित्सकों को दिखाया लेकिन आराम नहीं आया और परेशानी बढ़ती गई तथा उसे फेफड़े का ऑपरेशन करवाने की सलाह दी गई। आखिर मरीज ने जे.एल.एन. अस्पताल के श्वास रोग विभाग में दिखाया।

जाँच में पाया गया कि मरीज़ के फेफड़े का एक हिस्सा गला हुआ था तथा निमोनिया हो गया था। चिकित्सकों की टीम ने ब्रोनकोस्कोपी की जांच की जिससे पता चला कि मरीज के सांस की नली में सुपारी फंसी हुई है। डॉक्टरों की टीम ने ब्रोनकोस्कोपी की मदद से फंसी हुई सुपारी को बाहर निकाला जिससे मरीज को राहत मिली और उसे एक बड़े ऑपरेशन से बचा लिया गया।

ये रहे टीम में शामिल

सीनियर प्रोफेसर डॉ. नीरज गुप्ता, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ राजवीर कुलदीप व डॉ. पीयूष अरोड़ा, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ मुकेश गोयल, सीनियर रेसिडेंट डॉ ऋतंभरा, रेजिडेंट डॉ. मनीषा, डॉ स्वर्णा, डॉ मनुदेव तथा नर्सिंग स्टाफ मानवेंद्र सिंह, सुनील और अभय कुमार शामिल थे। अब मरीज़ की हालत में काफ़ी सुधार है।