Bikaner म्यूजियम सर्किल बंद होने से आसपास की सड़कें जाम, नेशनल हाईवे जाम

Bikaner म्यूजियम सर्किल बंद होने से आसपास की सड़कें जाम, नेशनल हाईवे जाम
 

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर  जम्मू कश्मीर में बीकानेर के जवान रामस्वरूप कस्वां की मौत के बाद उसे शहीद का दर्जा नहीं देने से हुआ बवाल तीसरे दिन भी जारी है। बीकानेर-जयपुर नेशनल हाइवे नंबर 11 तीसरे दिन भी बंद रहा। गुरुवार दोपहर करीब बारह बजे इस हाइवे पर धरना दिया गया और शनिवार दोपहर ग्यारह बजे तक ये अनवरत जारी है। प्रशासन और कस्वां के परिजनों के बीच बातचीत में सहमति नहीं बनने से हाइवे जाम है। ऐसे में जाम से करीब एक किलोमीटर दूर स्थित पीबीएम अस्पताल के मरीज भी परेशान हो रहे हैं।  रामस्वरूप कस्वां के सैन्यकर्मी भाई श्रीराम कस्वां स्वयं धरने पर है। उसके साथ प्रशासन की तीन दौर की बात हो चुकी है, इसके बाद भी किसी तरह का नतीजा नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में नेशनल हाइवे पर लगा जाम भी नहीं हट रहा। जिससे अब जनजीवन प्रभावित हो रहा है।

इन रास्तों पर परेशानी बढ़ी

दरअसल, रास्ता जाम होने के कारण पब्लिक पार्क से जयपुर रोड की ओर जाने वाले वाहन अब जिला कलेक्टर आवास के आगे से पंचशति सर्किल से सार्दुलगंज कॉलोनी होते हुए निकल रहे हैं। इससे इस मार्ग पर ट्रेफिक अचानक बढ़ गया है। वहीं जयनारायण व्यास कॉलोनी, पवनपुरी सहित अन्य मार्गों से पब्लिक पार्क की ओर जाने वाले वाहन अब सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज से अम्बेडकर सर्किल होते हुए निकल रहे हैं। वहीं बड़ी संख्या में वाहन पीबीएम अस्पताल के अंदर से निकल रहे हैं। जिस मार्ग से मरीजों को ले जाया जा रहा है, उसी मार्ग से सामान्य वाहन भी जा रहे हैं। वाहनों की चिल्ल पौं से भी मरीजों को परेशानी हो रही है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी लंबी दूरी तय करके निकलना पड़ रहा है। करीब एक से डेढ़ घंटे अतिरिक्त लग रहे हैं।

इन मांगों पर अड़ी बात

रामस्वरूप कस्वां को शहीद का दर्जा दिलाने के लिए बनी संघर्ष समिति और प्रशासन के बीच जिन मुद्दों को लेकर सहमति नहीं बन रही है, उसमें सबसे बड़ी मांग शहीद का दर्जा ही है। दरअसल, शहीद का दर्जा देने का अधिकार जिला प्रशासन और राज्य सरकार के पास नहीं है। वहीं शहीद की तरह अंतिम यात्रा व अंतिम संस्कार की डिमांड है। इस पर प्रशासन सहमत है। वहीं जिला सैनिक अधिकारी पर कार्रवाई अब तक नहीं हुई है। परिजनों की डिमांड है कि आत्महत्या घोषित करने वाले जिला सैनिक अधिकारी को तुरंत हटाया जाए।

नहीं आए हनुमान बेनीवाल और राहुल कस्वां

शुक्रवार को धरना स्थल पर सांसद हनुमान बेनीवाल और सांसद राहुल कस्वां के पहुंचने की उम्मीद की जा रही थी लेकिन दोनों ही नहीं आए। राहुल कस्वां के संपर्क में देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग है लेकिन वो स्वयं ये स्पष्ट नहीं कर पा रहे हैं कि कस्वां आएंगे या नहीं? अब शनिवार को भी इन दोनों सांसदों के बीकानेर आने की बात है लेकिन दोपहर तक भी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई।