Bikaner बालिका शिक्षा की पैरोकार रही शिक्षिका बनी मददगार

Bikaner बालिका शिक्षा की पैरोकार रही शिक्षिका बनी मददगार
 
बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर सेवानिवृति के एक दशक बाद भी शिक्षिका बलविंदर कौर अपने विद्यार्थियों को भूली नहीं। आज भी कौर संसाधनों के अभाव में पढ़ाई छोड़ने वालों के लिए मददगार के रूप में हर समय तैयार खड़ी रहती हैं। लेडी एल्गिन स्कूल से व्याख्याता के पद से सेवानिवृत्त 69 वर्षीय बलविंदर कौर की ओर से गुरुवार को सेठ भैंरूदान करनाणी राउमावि गंगाशहर में अध्ययनरत 32 प्रतिभावान बालिकाओं का शुल्क जमा करवाया गया। इस अवसर आयोजित एक समारोह में कौर के पुत्र दीपेन्द्र राणा ने 27 बालिकाओं का बोर्ड परीक्षा शुल्क एवं कक्षा 9 एवं 11 की पांच छात्राओं की छात्रा निधि/ विकास की राशि जमा करवाई।

इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ जयश्री ने कहा कि बालिका शिक्षा के प्रति शुरू से ही जागरूक बलविंदर कौर की मदद से जरूरतमंद प्रतिभावान बालिकाओं को शिक्षा प्राप्त हो सकेगी। प्रधानाचार्य और स्टाफ ने बलविंदर कौर के परिवार के प्रति इस मदद के लिए आभार जताया। दीपेंद्र राणा ने कहा कि विद्यालय की प्रधानाचार्य की प्रेरणा से ही यह अच्छा कार्य संभव हो सका।

उन्होंने कहा कि मां बलविंदर कौर बालिका शिक्षा को लेकर बहुत संवेदनशील हैं। जैसे ही उनको जानकारी होती है कि कोई बालिका आर्थिक कठिनाई के चलते पढ़ नहीं सकती, तो वह हर संभव मदद का प्रयास करती हैं। राणा ने भविष्य में भी सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों में मदद करने का भरोसा जताया। विद्यालय की 32 बालिकाओं ने बोर्ड परीक्षा शुल्क स्थानीय छात्रा निधि व विकास शुल्क की राशि जमा होने पर खुशी जताई। इस अवसर पर बोर्ड परीक्षा प्रभारी अनुपमा सुथार, हेमंत सिंह सोढा , शारदा सुथार, प्रियंका परसोया, ममता शर्मा ,संतोष बारिया सहित बड़ी संख्या में अभिभावक भी मौजूद रहे।