Chittorgarh ठगी की दुनिया बन रहा डिजिटल वर्ल्ड, फेक एप से जालसाजी
ऐसा है ठगी का तरीका: ठग नकली यूपीआई एप से क्यूआर कोड स्कैन करते हैं। पेमेंट कर फर्जी स्क्रीन शॉट दिखाते हैं। इसमें फेक ऐप में पेमेंट के बाद साउंड नोटिफिकेशन भी आता है। इससे यह असली प्रतीत होता हैं। इससे छोटे व्यापारी और दुकानदार यह समझ बैठते हैं कि पेमेंट हो गया है। इस तरह से वे आसानी से ठगी का शिकार हो जाते हैं।
ऐसे करें की पहचान
सबसे पहले खुद से ही पेमेंट वेरिफाई करना चाहिए। अपने यूपीआई एप या बैंक स्टेटमेंट के जरिए चेक करें कि पेमेंट आया है या नहीं। हर ट्रांजेक्शन की नोटिफिकेशन चालू रखें। यदि आपको कोई भी पेमेंट को लेकर संदेह होता है या आप किसी साइबर ठगी का शिकार हो चुके हों तो तुरंत 1930 पर कॉल करें। इसके अलावा आप भारत सरकार के राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एचटीटीपी साइबर क्राइम डॉट जीओवी डॉट इन) पर भी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं।