Dungarpur मारपीट मामले में घायलों समेत सात छात्रों को एक माह के लिए किया गया निलंबित

Dungarpur मारपीट मामले में घायलों समेत सात छात्रों को एक माह के लिए किया गया निलंबित
 
डूंगरपुर न्यूज़ डेस्क, डूंगरपुर  डॉक्टर की पढ़ाई के बीच मारपीट कर मेडिकल कॉलेज की छबि धुमिल करना छात्रों को महंगा पड़ गया है। मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने सख्त निर्णय लेते हुए घायल छात्र सहित मारपीट करने वाले छह आरोपित विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज से एक माह के लिए निलंबित कर दिया है। वहीं, छात्रावास सुविधा से स्थायी रुप से छीन ली है। इधर, घायल छात्र की हालात स्थिर है तथा वह जिला अस्पताल में उपचाररत है। गौरतलब है कि थाणा स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में छात्रों में आपसी विवाद के बाद छह विद्यार्थियों ने मेडिकल कॉलेज के ही एक छात्र के साथ मारपीट कर घायल कर दिया था। इस पर छात्र को जिला अस्पताल में दो दिन पूर्व भर्ती किया है।

बैठक में निर्णय

मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में सर्व सहमति से मारपीट करने वाले छह छात्रों तथ्रा घायल छात्र को भी बिना अनुमति के रात्रि में मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में प्रवेश करने पर निलंबित कर दिया है। मेडिकल कॉलेज के अधिकारी ने बताया कि घायल छात्र मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में नहीं रहता है तथा वह निजी हॉस्टल में रहता है। इसके बावजूद उसने रात्रि में बिना आज्ञा के प्रवेश किया है। इसे कमेटी ने गलत माना है।डॉक्टर की पढ़ाई के बीच मारपीट कर मेडिकल कॉलेज की छबि धुमिल करना छात्रों को महंगा पड़ गया है। मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी ने सख्त निर्णय लेते हुए घायल छात्र सहित मारपीट करने वाले छह आरोपित विद्यार्थियों को मेडिकल कॉलेज से एक माह के लिए निलंबित कर दिया है। वहीं, छात्रावास सुविधा से स्थायी रुप से छीन ली है। इधर, घायल छात्र की हालात स्थिर है तथा वह जिला अस्पताल में उपचाररत है। गौरतलब है कि थाणा स्थित राजकीय मेडिकल कॉलेज में छात्रों में आपसी विवाद के बाद छह विद्यार्थियों ने मेडिकल कॉलेज के ही एक छात्र के साथ मारपीट कर घायल कर दिया था। इस पर छात्र को जिला अस्पताल में दो दिन पूर्व भर्ती किया है।

बैठक में निर्णय

मेडिकल कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी की बैठक में सर्व सहमति से मारपीट करने वाले छह छात्रों तथ्रा घायल छात्र को भी बिना अनुमति के रात्रि में मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में प्रवेश करने पर निलंबित कर दिया है। मेडिकल कॉलेज के अधिकारी ने बताया कि घायल छात्र मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में नहीं रहता है तथा वह निजी हॉस्टल में रहता है। इसके बावजूद उसने रात्रि में बिना आज्ञा के प्रवेश किया है। इसे कमेटी ने गलत माना है।