Kota राज्य में एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र और लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे

Kota राज्य में एकीकृत औद्योगिक क्षेत्र और लॉजिस्टिक हब बनाए जाएंगे
 
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा  निवेशकों को राजस्थान की धरती रास आ रही है। प्रदेशभर में निवेश के नए प्रस्ताव मिलने से राज्य सरकार उत्साहित है। निवेशकों के लिए प्रदेश में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रीयल जोन और लॉजिस्टिक्स हब बनाए जाएंगे। इसके लिए रीको के अधिकारी जमीनें चिह्नित करने में जुट गए हैं।राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं निवेश निगम (रीको) की हाल में हुई बुनियादी ढांचा विकास समिति (आईडीसी) की बैठक में इंटीग्रेटेड इंडस्ट्रियल जोन और लॉजिस्टिक्स हब बनाने के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। इसमें रीको घोषित नवीन औद्योगिक क्षेत्रों के लिए उपयुक्त भूमि की पहचान/भूमि आवंटन पर कार्य प्रारंभ करेगा। औद्योगिक पार्क बनाने के लिए सरकारी के अलावा निजी जमीन भी चिह्नित की जाएगी।

नए औद्योगिक पार्कों के प्रस्ताव

आईडीसी ने राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 में राजस्थान में अपने उद्योग और व्यवसाय स्थापित करने के लिए निवेशकों से प्राप्त भारी सकारात्मक प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए, राज्यभर में नए औद्योगिक पार्कों और लॉजिस्टिक केंद्रों का व्यापक सक्षम बुनियादी ढांचा विकसित करने का प्रस्ताव लिए हैं।

बनेगा पानी डिमांड वाले उद्योगों का रोडमैप

गंगानगर और हनुमानगढ़, चंबल बेसिन में बूंदी और माही बेसिन में बांसवाड़ा जैसे जिले भूजल उपलब्धता की दृष्टि से सुरक्षित क्षेत्र में हैं, इसलिए इन क्षेत्रों में जल गहन उद्योगों की स्थापना पर विशेष ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है, रीको इसके लिए एक रोडमैप तैयार करेगा।

डार्क जोन से फिसला 1100 करोड़ का निवेश

कोटा और बूंदी जिले में तालेड़ा ब्लॉक ही भूमिगत जल में ग्रीन जोन में है। कोटा जिले में एक भी जोन भूजल में ग्रीन जोन में नहीं होने के कारण 1100 करोड़ के एक उद्योग का निवेश हाथ से निकल गया है। मल्टीनेशनल कम्पनी ने बूंदी जिले में निवेश का प्रस्ताव दिया है।

कोटा में भी बनेगा लॉजिस्टिक हब

कोटा में भी लॉजिस्टिक बन बनाया जाएगा। रीको की ओर से भारत माला परियोजना में दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस वे से जुड़े क्षेत्र में जमीन देखने की जा रही है। बूंदी जिले में नया इंडस्ट्रियल जोन बनाया जाएगा। बारां जिले में विशेष औद्योगिक जोन की तैयारी चल रही है।