Jhunjhunu लाखों खर्च के बाद भी रोडवेज बस स्टैंड पर सुविधाओं को तरस रही महिला यात्री
जर्जर होने लगा भवन
देखरेख के अभाव में सुलभ शौचालय का बना भवन भी जर्जर होने लगा है। बाहर सीढिय़ों में लगी रैलिंग उखड़ चुकी है। पास में पानी जमा होने लगा है। पानी निकालने के लिए शौचालय के पास सडक़ को तोडकऱ पानी निकाला जा रहा है। सुलभ शौचालय ही नहीं, बस स्टैंड पर महिलाओं के लिए बनाया गया विश्राम गृह भी ताले में बंद है। ताला जड़ा होने की वजह से महिला यात्रियों को बस स्टैंड पर ही बैठे-बैठे समय बस का इंतजार करना पड़ता है। जिन महिला यात्रियों की बसों में आने में ज्यादा समय रहता है, उन्हें परेशानी होती है।
50 लाख रुपए की लागत से बना एसी युक्त सुलभ शौचालय
महिला यात्रियों की परेशानी को देखते हुए रोडवेज बस स्टैंड पर मुयमंत्री बजट घोषणा 2018-19 के तहत आधुनिक वातानुकुलित सार्वजनिक शाौचालय के निर्माण कार्यों का शिलान्यास पूर्व सांसद संतोष अहलावत व सभापति सुदेश अहलावत ने 30 मई 2018 को किया था। फिर 50 लाख रुपए की लागत से इसका निर्माण कराया गया। फिर इसका लोकार्र्पण पांच अक्टूबर 2023 को वर्तमान सांसद व पूर्व परिवहन एवं सडक़ सुरक्षा मंत्री बृजेंद्र ओला ने किया। इसके बाद कई महीनों तक इसका फायदा महिला यात्रियों को मिला भी। लेकिन अब कई महीनों से सुलभ शौचालय के ताला जड़ा हुआ है। जब इस बारे में नगर परिषद आयुक्त अनिता खींचड़ से फोन पर संपर्क किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
केस-01
दिल्ली से बस में सफर कर शांति देवी रोडवेज बस स्टैंड पहुंची। पेशाब लगने पर स्टैंड परिसर में वर्कशॉप की दीवार की तरफ बने महिला सुलभ शौचालय की तरफ गई। लेकिन ताला जड़ा होने से वापस लौट आई। जब दूसरी तरफ बने शौचालय में चली गई। वापस लौटने पर पूछा गया तो बताया कि उससे दस रुपए लिए गए हैं।
केस-02
दोपहर में जयपुर से बस चलकर झुंझुनूं रोडवेज बस स्टैंड पहुंची। बस में खूब महिला यात्री नीचे उतरी। इनमें एक युवती ममता भी उतरी। आवश्यक सुविधा के लिए महिला सुभल शौचालय की तरफ गई। लेकिन वह ताले में बंद मिला। फिर दूसरी तरफ बने शौचालय में गई। जब वापस लौटने पर उससे पूछा गया तो बताया कि पेशाब करने के दस रुपए लिए गए हैं।