Jodhpur शहर में जगह-जगह भरा पानी, मलेरिया के बढ़े मामले
बच्चों का रखें खास याल
जोधपुर में जगह-जगह पानी भराव होने से मादा एनाफिलीज मच्छर के पनपने के खतरे से इनकार नहीं किया जा सकता। 21 दिन जब लाइफ साइकिल पूरा होगा तो एक दम से मामले बढ़ते हैं। ऐसा पिछले कुछ सालों में हो चुका है। बच्चों में मौसम परिवर्तन के साथ ही खतरा भी बढ़ जाता है।
जिले का नाम पिछले एक सप्ताह में मलेरिया इस बार अब तक
बालोतरा 3 9
बाड़मेर 9 86
जैसलमेर 12 74
जोधपुर व फलोदी जिले में पिछले एक सप्ताह में नया केस नहीं आया है।
मलेरिया में काम नहीं आती एंटीबायोटिक
इस बार मानसून शुरू होते ही मलेरिया के लक्षण वाले मरीज सामने आए हैं। सर्दी लग कर बुखार आता है व सामान्य लक्षण है तो वायरल व मलेरिया दोनों हो सकते हैं। ऐसे में सावधानी जरूरी है। मलेरिया में एंटीबायोटिक काम नहीं करती। ऐसे में जांच करवाना और चिकित्सक को दिखाना जरूरी है। अपने आस-पास सफाई रखना जरूरी है। अब तक की स्थिति में लगता है कि डेंगू से ज्यादा मलेरिया का प्रकोप हो सकता है।
मिलकर करेंगे काम
बाड़मेर-जैसलमेर में ग्राउंड एक्टिविटी शुरू कर दी है। जोधपुर में भी अलर्ट जारी है। जल्द ही नगर निगम व जिला प्रशासन के साथ मिलकर काम करेंगे।
बाड़मेर-जैसलमेर में प्रशासन एक्टिव
बाड़मेर-जैसलमेर में मलेरिया के केस में एकदम से उछाल आने के बाद वहां मेडिकल प्रशासन अलर्ट हो गया है। दूरस्थ क्षेत्रों में सर्वे करवाए जा रहे हैं। जमा पानी के लिए भी स्थानीय निकायों के साथ मिलकर अभियान शुरू किया गया है। दूसरी ओर जोधपुर में अभी इस पर सुस्ती है।
घर और आसपास रखें ध्यान
मलेरिया से बचाव के लिए अपने घर और आसपास खाली जगह पर पानी का जमाव नहीं होने दें।
पिछले एक सप्ताह में लिए गए मलेरिया के सैपल
1055 ली गई ब्लड स्लाइड जोधपुर में।
2069 सैपल लिए फलोदी में।
800 सैपल बालोतरा में लिए गए।
3188 सैपल बाड़मेर जिले में।
2647 ब्लड स्लाइड सैपल जैसलमेर जिले में लिए गए।v