Kota नगर पालिका में कोई स्थाई अधिशासी अधिकारी नहीं, कुर्सी खाली
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी की कुर्सी खाली होने से सफाई कर्मियों को अक्टूबर माह का वेतन नहीं मिल पाया। अब नवंबर का महीना भी निकलने की कगार पर है।पगार न मिलने से कर्मचारियों का आर्थिक तानाबाना चरमरा गया है। दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए उधार पर जिंदगी टिकी हुई है। अब तो दुकानदार भी उधार देने से कतराने लगे हैं। इससे पहले भी 7 महीने तक बजट नहीं होने के करण सफाई कर्मियों को पगार नहीं मिली थी, बाद में धरना प्रदर्शन करने पर पगार डाली गई थी। कर्मचारियों में गुस्सा भरा हुआ है। सुल्तानपुर में अस्थाई अधिशासी अधिकारी लगाए गए हैं। यहां पूर्व में पदस्थापित अधिशासी अधिकारी जितेंद्र सिंह पारस का स्थानांतरण अन्यत्र जगह होने के बाद कैथून नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सुरेश कुमार रेगर को यहां का चार्ज दिया गया था, जो करीब 15 दिन से बीमार चल रहे हैं और छुट्टियों पर हैं।
पालिका की पूरी व्यवस्था बिगड़ गई है। समस्याओं का समाधान करने वाला कोई नहीं है। नगरवासियों की मांग है कि यहां स्थाई अधिशासी अधिकारी लगाया जाए। वाइस चेयरमैन अब्दुल रऊफ लाहौरी ने बताया िक प्रतिदिन नगर पालिका आता हूं और यहां सुबह से शाम तक बैठ कर लोगों की समस्याएं सुनता हूं, लेकिन उन समस्याओं का समाधान करने वाला अधिकारी यहां नहीं है। सरकार को यहां स्थाई अधिशासी अधिकारी लगाना चाहिए।