जयपुर में पकड़ी गई चाचा-भतीजे की नकलची गैंग, वीडियो में देखें पूरी खबर

एसओजी के हथे चढ़े तुलसाराम ने ब्लूटूथ लगी चप्पलें 6 लाख रुपए में बेचकर नकल कराई है। वहीं अब तक 3000 लोगों को सरकारी नौकरी लगा चुका है, जिसमें 32 परिजन भी शामिल हैं।तुलसाराम ने पूछताछ में बताया कि 26 सितंबर 2021 को रीट भर्ती परीक्षा में चप्पलों में ब्लूटूथ लगाकार नकल कराई थी........
 

राजस्थान न्यूज़ डेस्क !!! एसओजी के हथे चढ़े तुलसाराम ने ब्लूटूथ लगी चप्पलें 6 लाख रुपए में बेचकर नकल कराई है। वहीं अब तक 3000 लोगों को सरकारी नौकरी लगा चुका है, जिसमें 32 परिजन भी शामिल हैं।तुलसाराम ने पूछताछ में बताया कि 26 सितंबर 2021 को रीट भर्ती परीक्षा में चप्पलों में ब्लूटूथ लगाकार नकल कराई थी, इसके 11 दिन पहले 13, 14 व 15 सितंबर 2021 को हुई एसआई भर्ती परीक्षा में नकल करा चुका है। एसओजी ने शनिवार काे पाेरव कालेर, प्रवीण कुमार बिश्नोई, दिनेश सिंह चाैहान, नरेशदान चारण काे पेपर लीक करने और उसे साॅल्व कर लाखाें रुपए में बेचने के आराेप में गिरफ्तार किया हैं। वहीं, आरपीए में ट्रेनी एसआई मनीषा सिहाग, अंकिता गाेदारा व प्रभा बिश्नोई काे पेपर खरीदकर परीक्षा देने के आराेप में गिरफ्तार किया है।

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एसओजी ने पेपर लीक करने और उसे बचाकर लाखों रुपए में बेचने के आरोप में पेरव कालेर, प्रवीण कुमार बिश्नोई, दिनेश सिंह चाैहान, नरेशदान चारण को गिरफ्तार किया है। वहीं पेपर खरीदकर परीक्षा देने के आरोप में आरपीए प्रशिक्षु एसआई मनीषा सिहाग, अंकिता गेदारा और प्रभा बिश्नोई को गिरफ्तार किया गया है. तुलसाराम ने 2004 में जाेधपुर में चाणक्य कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था, जिसे 2006 में शादी के बाद बीकानेर स्थानांतरित कर दिया गया था।

1991 में एसआई बना, हवाला का पैसा लूटा और 1993 में सस्पेंड हो गया

1991 में आरपीएससी की एसआई भर्ती में तुलसाराम को 32वीं रैंक मिली। डीडवाना में परिवीक्षा अवधि के दौरान दो कांस्टेबलों व साथियों के साथ मिलकर उनसे 25 लाख रुपए की लूट की गई थी। उसके खिलाफ लाडनूं थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई, जिसके बाद उसे जेल हो गई। 1993 में तुलसाराम को बर्खास्त कर दिया गया।

भतीजे की नकल कर 2007 में एसआई बनाया

तुलसाराम ने 2007 में आरएएस और एसआई की परीक्षा दी। गारव और तुलसा को एक ही परीक्षा केंद्र में एक ही कमरे में अपना नंबर मिला। परीक्षा के दौरान, तुलसाराम और गैरव ने अपनी उत्तर पुस्तिकाओं पर रेल नंबरों की अदला-बदली की। आरपीएससी ने तुलसाराम और गाेरव के खिलाफ सिविल लाइंस अजमेर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, फिर तुलसाराम और गाेरव को गिरफ्तार कर लिया गया. आरपीएससी ने गाैरव का चयन रद्द कर दिया. तुलसाराम की आरएएस में 19वीं रैंक थी, लेकिन उनके जेल जाने के कारण चयन रद्द कर दिया गया. उनकी पत्नी पहले तृतीय श्रेणी अध्यापिका थीं, जो द्वितीय श्रेणी अध्यापिका बनीं और 8 साल बाद 2016 में आरपीएस में चयनित हुईं।