Jaipur सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने 8 में से 6 चुनाव जीते

Jaipur सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने 8 में से 6 चुनाव जीते
 

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर लोकसभा चुनाव में जीते विधायकों की वजह से खाली पांच सीटों चौरासी, झुंझुनूं, दौसा, देवली-उनियारा एवं खींवसर में उपचुनाव होंगे। भाजपा एवं कांग्रेस इस बार इसे बड़ी चुनौती के रूप में ले रही है। क्योंकि, यह सभी पांच सीटें कांग्रेस या उनके सहयोगी दलों के पास ही हैं। कांग्रेस अलायंस एक भी सीट खोना नहीं चाहेंगे।उधर, भाजपा इन सीटों पर सेंधमारी का प्रयास करेगी। भाजपा को लोकसभा चुनाव में 11 सीटों का नुकसान झेलना पड़ा। वैसे भी पिछली अशोक गहलोत सरकार के दौरान 8 उपचुनाव हुए थे और तत्कालीन सरकार ने छह चुनाव जीतने में कामयाब रही थी। यहां तक कि दो सीटें भाजपा से छीन ली थी। ऐसे में मौजूदा सरकार पर जीतने का बड़ा दबाव रहेगा। भाजपा जहां नए चेहरों की तलाश में है। वहीं, कांग्रेस या सहयोगी दल परिवारों से ही प्रत्याशी उताने का दांव खेल सकते हैं। झुंझुनूं एवं दौसा में ऐसा ही लग रहा है। खींवसर में आरएलपी से परिवार के सदस्यों को टिकट मिलना तय है। चौरासी से बीएपी नए चेहरे को उतारेगी। वहीं, देवली उनियारा में जरूर दोनों ही पार्टियों के लिए प्रत्याशी चयन कड़ी चुनौती रहेगी।

कांग्रेस ने भाजपा से छीनी थी दो सीटें

गहलोत सरकार के दौरान वर्ष 2018-2023 के बीच 8 उपचुनाव हुए। छह पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। भाजपा एक सीट और एक सीट आरएलपी जीती। कांग्रेस ने अपनी चार सीट तो जीती ही, भाजपा की दो सीटें भी कब्जा ली।

सितंबर, 2019 : मंडावा और खींवसर के विधायक सांसद बनने पर उपचुनाव हुए। खींवसर में आरएलपी जीत गई, लेकिन मंडावा सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली।
मार्च, 2021 : राजसमंद, सहाड़ा एवं सुजानगढ़ के विधायकों के निधन पर उपचुनाव हुए। राजसमंद फिर भाजपा ने जीती। सहाड़ा एवं सुजानगढ़ में कांग्रेस जीती।
अक्टूबर, 2021: वल्लभ नगर व धरियावद में उपचुनाव हुए। वल्लभनगर में फिर कांग्रेस जीती। धरियावद सीट कांग्रेस ने भाजपा से छीन ली।
नवंबर, 2022: सरदारशहर में विधायक के निधन पर उपचुनाव हुए। कांग्रेस ने फिर जीती।