Basti ब्लैक लिस्ट होंगी जमीन घोटाले की कंसल्टेंसी फर्म
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क सितारगंज फोरलेन और रिंग रोड की अधिग्रहीत जमीन की परिसंपत्तियों के मूल्यांकन में गड़बड़ी करने वाली एनएचएआई की दोनों कंसल्टेंसी फर्मों के खिलाफ ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. एनएचएआई के पीडी ने साई सिस्त्रत्त ग्रुप और एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंसी के कारनामों की रिपोर्ट हेडक्वार्टर भेज दी है. एनएचएआई ने दोनों कंसल्टेंसी फर्म से काम लेना बंद कर दिया है.
बरेली-सितारगंज फोरलेन और रिंग रोड घोटाले में कंसल्टेंसी फर्मों की सबसे बड़ी भूमिका है. सीडीओ जग प्रवेश की अध्यक्षता वाली दो सदस्यीय समिति की जांच में साई सिस्त्रत्त ग्रुप और एसए इंफ्रास्ट्रक्चर कंसल्टेंसी दोषी पाईं गईं. दोनों कंसल्टेंसी फर्मों ने सिंडिकेट में शामिल थीं. किसानों के साथ साठगांठ करके अधिग्रहीत संपत्तियों के मूल्यांकन में खेल कर दिया. एनएचएआई हेडक्वार्टर की जांच में भी इसकी पुष्टि हुई थी. एनएचएआई हेडक्वार्टर और सीडीओ की अध्यक्षता वाली समिति की जांच में परिसंपत्तियों के मूल्यांकन में करीब 52 करोड़ का घोटाला सामने आ चुका है. एनएचएआई ने नामित दोनों कंसल्टेंसी के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी. अधिकारियों के मुताबिक पीडी की रिपोर्ट के आधार दोनों कंसल्टेंसी फर्मों को नोटिस जारी किए जा चुके हैं. एनएचएआई के अधिकारियों ने दोनों कंसल्टेंसी फर्मों से काम लेना बंद कर दिया है.
वसूली की सिफारिश से उड़े होश
जांच समिति ने बरेली-सितारगंज फोरलेन के गरगइया गांव में बिल्डिंग के मूल्यांकन में 1.68 करोड़ का घोटाला पकड़ा. किसान 1.68 करोड़ का मलबा उठाकर ले गया. समिति ने महिला किसान से वसूली की सिफारिश की है. वसूली की सिफारिश से गरगइया की महिला किसान की मुश्किल हो गईं हैं. महिला किसान को मुआवजे का भुगतान भी हो चुका है.
बस्ती न्यूज़ डेस्क