कोटा जिले में विवाहिता की मौत पर हुआ प्रदर्शन
मामले के अनुसार महिला अमिता बैरवा को 24 जून को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही से महिला की मौत हुई है. सोसायटी के अध्यक्ष रामलाल टटवाड़िया के नेतृत्व में सोसायटी के कार्यकर्ता कलक्ट्रेट पहुंचे और नारेबाजी कर निजी अस्पताल के खिलाफ रोष जताया।
आंदोलन की चेतावनी
उनका कहना था कि निजी अस्पताल के डॉक्टर के दबाव में पुलिस और प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा है. उन्होंने जिला प्रशासन से मृतक महिला को न्याय दिलाने के लिए 50 लाख का मुआवजा और एक सरकारी नौकरी देने की भी मांग की. ज्ञापन में कहा गया कि यदि 5 दिन में निजी अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन तेज किया जाएगा। परिजनों ने बताया कि सिजेरियन ऑपरेशन के दौरान आंत कटने से अमिता के शरीर में जहर फैल गया था, जिससे उसकी मौत हो गयी.