बंद हुई राशन डीलरों की हड़ताल से लाभार्थियों को गेहूं की सप्लाई
राज्य सरकार के साथ राशन डीलरों की वार्ता विफल होने के बाद गेहूं वितरण व्यवस्था ठप हो गई है। राशन विक्रेता लंबे समय से 30 हजार रुपये मानदेय के साथ 2 फीसदी सेस समेत अन्य मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन इसका समाधान नहीं हो सका है. राशन डीलरों ने पीओएस मशीनों से गेहूं वितरण बंद कर मशीनें डीएसओ को सौंप दी हैं। सरकार राशन डीलरों के माध्यम से प्रति व्यक्ति 5 किलो गेहूं वितरित करती है। इसके बदले में कमीशन का भुगतान किया जायेगा, लेकिन डीलरों को भी समय पर कमीशन का भुगतान नहीं किया जाता है. कट भी जाता है. इससे डीलरों को अपने परिवार का भरण-पोषण करना मुश्किल हो रहा है। साथ ही दुकान का किराया और गेहूं तौलने वाले को भी रुपये देने होंगे. कमीशन की रकम कम होने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
राजस्थान राज्य अधिकृत राशन विक्रेता संघ के अध्यक्ष अनिल गहलोत ने बताया कि प्रदेश के राशन विक्रेता लगातार सरकार को मांग पत्र दे रहे हैं. तब पिछली सरकार के मंत्री ने डीलरों को आश्वासन देकर फाइल रोक दी थी. अब पूरे प्रदेश के विक्रेता अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं. जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, हड़ताल जारी रहेगी.