Jaipur में महिलाओं-बच्चों को साइबर खतरे से ऐसे किया जाएगा जागरूक, एक कॉल पर मांग सकेंगे हेल्प

Jaipur में महिलाओं-बच्चों को साइबर खतरे से ऐसे किया जाएगा जागरूक, एक कॉल पर मांग सकेंगे हेल्प
 

महिलाओं और बच्चों को साइबर उत्पीड़न, बदमाशी और साइबर बुलिंग के बारे में जागरूक करने के लिए राज्य में अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए एक निजी संस्था वोट नाउ राजस्थान पुलिस के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर करने जा रही है। लोगों की शिकायतें सुनने के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जा रहा है। इस हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करने पर संगठन द्वारा तत्काल सहायता प्रदान की जाएगी।

वोट नाउ संस्था द्वारा रविवार को जयपुर में राज्यव्यापी जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत हेल्पलाइन 91 9019115115 पर कॉल करने के बाद संगठन के प्रतिनिधि साइबर पीड़ितों तक पहुंचेंगे। साइबर दुरुपयोग के विरुद्ध सलाह और संसाधन उपलब्ध कराएगा। इसके साथ ही समय पर कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराई जाएगी।

कानूनी सहायता और समर्थन के लिए, व्हाट नाउ और एयूसीएल पीड़ितों को उपचारात्मक युवा सलाहकार उपलब्ध कराएंगे। वे साइबर अपराध पुलिस टीम के साथ सहयोग करेंगे। कानूनी मार्गदर्शन और सहायता प्रदान करेगा तथा पूरे भारत में कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में व्यापक जागरूकता कार्यक्रम और सामाजिक अभियान चलाएगा।

इसके साथ ही, वे राजस्थान के नागरिकों को जागरूक करने के लिए सेमिनार, सम्मेलन, पैनल चर्चा, युवा आउटरीच कार्यक्रम, अभिभावक शिक्षक आउटरीच पहल के माध्यम से अभिभावकों को जागरूक करना, रोड शो, वॉकथॉन, स्किट, कला प्रदर्शनी, चर्चा आदि का आयोजन करेंगे।

नाउ के सह-संस्थापक अक्षत खेतान ने क्या कहा - भारत डिजिटल रूप से शक्तिशाली बनने की ओर बढ़ रहा है। इसलिए, साइबर खतरों, साइबर अपराधों और साइबर उत्पीड़न से जोखिम उत्पन्न हो रहे हैं। इन मुद्दों को नीति निर्माताओं, शिक्षकों, कानून प्रवर्तन अधिकारियों और आम जनता के ध्यान में लाया जाएगा। आईपीएस शांतनु कुमार ने बताया कि जनता को साइबर खतरों के प्रति आगाह किया जा रहा है। इसमें संगठन की मदद ली जाएगी। हमारा लक्ष्य इस वर्ष तक राज्य को साइबर संकट से मुक्त बनाना है।