अब बिना नेटवर्क के भी कॉल सकेंगें करोड़ों इंडियंस, Modi सरकार ने पूरी की Satellite Service से भी बेहतर चीज की तैयारी

अब बिना नेटवर्क के भी कॉल सकेंगें करोड़ों इंडियंस, Modi सरकार ने पूरी की Satellite Service से भी बेहतर चीज की तैयारी
 

टेक न्यूज़ डेस्क, फोन 10 हजार का हो या 1 लाख का, अगर फोन में सही नेटवर्क नहीं हैं तो दोनों ही किसी काम के नहीं हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है नेटवर्क बिलकुल ही गायब हो जाते हैं लेकिन DoT ने अब एक खास सर्विस शुरू की है जिसके बाद मोबाइल नेटवर्क न होने पर भी आप कॉल कर सकेंगे। जी हां, कंपनी ने एक नई सुविधा शुरू की है जिसे इंट्रा सर्कल रोमिंग यानी ICR कहा जा रहा है। इस सर्विस के आने से अब अगर नेटवर्क गायब हो जाए, तो भी आप कॉल कर सकते हैं। इस सर्विस को आप बीएसएनएल, जियो और एयरटेल के SIM कार्ड पर इस्तेमाल कर सकते हैं, जो इमरजेंसी में लाइफ सेवर साबित हो सकती है। चलिए पहले जानें कैसे काम करता है ICR…

कैसे काम करता है ICR?
दरअसल, ICR सर्विस मोबाइल नेटवर्क गायब होने पर आसपास उपलब्ध अन्य नेटवर्क जैसे, जियो का ग्राहक एयरटेल के नेटवर्क से जुड़ जाएगा। खास बात यह है कि इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको कोई एक्स्ट्रा पैसे देने की जरूरत नहीं है। हालांकि, यह सर्विस हर वक्त उपलब्ध नहीं होगी, बल्कि इसे सिर्फ इमरजेंसी में डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस यानी DoT द्वारा शुरू किया जाएगा।

2024 में हुई थी टेस्टिंग
बता दें कि इस सर्विस की टेस्टिंग 2024 में तमिलनाडु के तूफान के दौरान की गई थी। तूफान से अफेक्टेड एरिया में जब स्थानीय नेटवर्क काम नहीं कर रहा था, तब ICR के जरिए लोगों ने कॉल की थी। इससे न सिर्फ स्थानीय लोगों को मदद मिली, बल्कि उन लोगों को भी राहत मिली जो तमिलनाडु में उस दौरान ट्रेवल कर रहे थे।

ICR Vs Satellite Service
ICR और सैटेलाइट सर्विस में सबसे बड़ा अंतर प्राइस और एक्सेसिबिलिटी का है। जहां सैटेलाइट कॉलिंग सुविधा काफी ज्यादा महंगी है, तो ICR फ्री में नेटवर्क साझा करती है। इतना ही नहीं ICR मौजूदा टेलीकॉम नेटवर्क को यूज करता है, जिससे कोई नया डिवाइस या एक्स्ट्रा सेटअप की जरूरत नहीं पड़ती। ICR को खास तौर से इमरजेंसी के लिए डिजाइन किया गया है और सैटेलाइट सर्विस की तुलना में इसे ज्यादा तेजी से लागू किया जा सकता है।