Bhagalpur ग्राम पंचायतें अब दिखेंगी स्वच्छ, पहल हुई तेज, कंपोस्ट बनाने का काम शुरू

Bhagalpur ग्राम पंचायतें अब दिखेंगी स्वच्छ, पहल हुई तेज, कंपोस्ट बनाने का काम शुरू
 
Bhagalpur ग्राम पंचायतें अब दिखेंगी स्वच्छ, पहल हुई तेज, कंपोस्ट बनाने का काम शुरू

बिहार न्यूज़ डेस्क पंचायतों को स्वच्छ बनाने के लिए कचरा प्रबंधन योजना की पहल प्रशासनिक स्तर से तेज हो गयी है. पंचायतों में कचरा संग्रहण के लिए यूजर चार्ज देने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है. कचरा प्रोसेसिंग यूनिट से कंपोस्ट बनाने का भी कार्य शुरू हो गया है.

वहीं प्लास्टिक कचरे को रिसाइक्लिंग के लिए बेचकर आमदनी प्राप्त करने का जरिया बनाया जा रहा है. विभागीय अधिकारियों के मुताबिक वर्ष 2025 तक स्वच्छताकर्मियों के मानदेय भुगतान, पैडल रिक्शा व ई रिक्शा के मेंटनेंस के लिए जिले को राशि प्राप्त हो गयी है. वहीं ग्राम पंचायत पंद्रहवें वित्त आयोग की निधि से भी स्वच्छता अभियान चला सकता है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले की 217 पंचायतों में से साहेबपुरकमाल प्रखंड की दो व चेरियाबरियारपुर प्रखंड की दो पंचायतों को छोड़कर अन्य पंचायतों में कचरा प्रबंधन का काम शुरू है. हालांकि बीच में राशि के अभाव में स्वच्छताकर्मियों के मानदेय के अधर में लटक जाने से ज्यादातर पंचायतों में कचरा प्रबंधन में शिथिलत आ गयी थी. हरेक वार्ड में कचरा संग्रहण के लिए एक कर्मी तथा इसकी मॉनिटरिंग के लिए हर पंचायत में एक सुपरवाइजर को नियुक्त किया गया है. वहीं अबतक 170 पंचायतों में कचरा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण हो चुका है. 25 जगहों पर यह निर्माणाधीन है. वहीं 22 जगहों पर भूमि का चयन नहीं हो पाने व अन्य कारणों से इसका निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. अधिकारियों के मुताबिक हर घर में दो डस्टबिन दिये जाते हैं.

एक में सूखा तथा एक में गीला कचरा रखना है. गीले कचरे से कचरा प्रोसेसिंग यूनिट में कंपोस्ट का निर्माण किया जाना है. वहीं सूखे कचरे से प्लास्टिक व अन्य सामानों को अलग कर इसकी रिसाइक्लिंग के लिए बेचा जाता है. इससे भी पंचायत को राजस्व की प्राप्ति हो रही है.

इन पंचायतों में कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू जिले की कई पंचायतों में कचरा प्रोसेसिंग यूनिट से कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. इनमें नावकोठी की रजाकपुर, बखरी की बहुआरा, परिहारा, चकहमीद, मोहनपुर व वीरपुर की वीरपुर पश्चिम पंचायत शामिल है. कई कचरा प्रोसेसिंग यूनिट में नाडेप पिट का निर्माण नहीं होने से कंपोस्ट बनाने की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है.

कचरे से बनाई जा रही फसलों के लिए उपयोगी खाद वीरपुर. लोहिया बिहार स्वच्छ अभियान के तहत पंचायतों में गांव-गांव से कचरे का उठाव कर उसका निस्तारण किया जा रहा है. वहीं वीरपुर पश्चिम पंचायत में कचरे से खाद बन रही है. यह खाद फसलों के उत्पादन में बेहद ही उपयोगी साबित हो रही है. पंचायत के मुखिया त्रिपुरारी कुमार ने बताया कि पिछले कुछ महीने में ही 8 क्विंटल खाद बनाई जा चुकी है. खाद पंचायत के किसानों को साढ़े 4 रुपए प्रति किलोग्राम की कीमत पर बेची जा रही है. उन्होंने बताया कि खाद बनाने के लिए 3 शेड बनाए गए हैं. कचरे के साथ थोड़ी मात्रा में गोबर और पानी डाल कर छोड़ दिया जाता है. महीने भर में अच्छी-खासी खाद तैयार हो जाती है. इसमें कोई लागत भी नहीं आती है और न ही किसी मशीन की जरूरत पड़ती है. उन्होंने कहा कि कचरे की उपलब्धता के आधार पर इस कार्य का विस्तार किया जाएगा.

कचरा उठाव को लेकर कर्मियों में निराशा साहेबपुरकमाल. प्रखंड के अलग-अगल पंचायतों के स्वच्छ भारत मिशन के शुरू किए गए कचरा उठाव व प्रबंधन योजना धीरे-धीरे शिथिल पडता नजर आ रहा है. हालांकि अलग-अगल पंचायतों के मुखिया कचरा उठाव जारी रहने की बात करते हैं. लेकिन लोगों की माने तो धरातल पर यह योजना हाथी का दांत ही साबित हो रहा है. लोगों की माने तो कचरा उठाने के नाम पर खानापूर्ति की जाती है. वह भी अब शिथिल ही पड़ा रहता है. इसका मुख्य कारण स्वच्छता कर्मियों का लंबे से मानदेय नहीं मिलना भी बताया जा रहा है. इधर, इस संबंध में पूछे जाने पर प्रखंड स्वच्छता समन्वयक विवेक कुमार बताते हैं कि प्रखंड की कुल 17 पंचायतों में से 13 पंचायतों में कचरा उठाव व प्रबंधन नियमित रूप से जारी है. तीन पंचायतों में सामाग्री का आवंटन नहीं होने के कारण योजना लंबित है. कर्मियों के बकाये मानदेय को लेकर समन्वयक बताते हैं कि सभी कर्मियों के खाते में बकाये मानदेय राशि की भुगतान प्रक्रिया चल रही. अगामी सप्ताह में भुगतान की पूरी संभावना है.

 

भागलपुर न्यूज़ डेस्क