Munger अब ‘ई-जादुई पिटारे’ से कहानी सुन सकेंगे बच्चे

Munger अब ‘ई-जादुई पिटारे’ से कहानी सुन सकेंगे बच्चे
 
Munger अब ‘ई-जादुई पिटारे’ से कहानी सुन सकेंगे बच्चे

बिहार न्यूज़ डेस्क दादी-नानी की कहानियां अब पुरानी बात हो गई हैं. न तो बच्चों को ऐसा माहौल मिल रहा और न परिवार ही पहले जैसे रह गए हैं. ऐसे में तकनीक की मदद से छोटे बच्चे फिर से कहानियां सुन सकेंगे. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने ई-जादुई पिटारा नाम से बच्चों के लिए एक एप तैयार किया है. इसके प्रचार-प्रसार के लिए शिक्षा केंद्र ने जिलों को निर्देश दिये हैं. बच्चों और शिक्षकों की मदद के लिए इस एप में 26 कहानियों का संग्रह है. इस एप की मदद से बच्चे कहानियों के साथ-साथ लोरियां भी सुन सकेंगे.

व्यक्तित्व विकास में भी सहायक होगा जादुई पिटारा: इस पिटारे में जो कहानियां और शिक्षण सामग्री शामिल की जा रही हैं, वह बच्चों के व्यक्तित्व विकास को बढ़ाने में मददगार साबित होंगी. एनसीईआरटी के अनुसार संवाद कौशल से लेकर स्थानीय भाषाओं के ज्ञान और खेल-खेल में सीख जैसी कई बातें इसमें शामिल की जा रही हैं.

पिटारे में खिलौने और कहानियों के साथ-साथ नृत्य-संगीत का भी समावेश किया गया है.  फरवरी 22 को लांच हुए इस एप में खिलौने, पहेलियां, कठपुतलियां, पोस्टर, फ्लैश कार्ड, कार्यपुस्तिकाओं समेत कई चीजें शामिल हैं. जादुई पिटारा को बुनियादी स्तर पर बच्चों की जरूरतों के हिसाब से डिजाइन किया गया है. यह 13 भाषाओं में उपलब्ध है.

एनसीईआरटी के ई-जादुई पिटारा एप को प्रयोग करने के लिए निर्देश दिया है. यह पहल भारत सरकार के निपुण भारत के सपने को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

 

मुंगेर न्यूज़ डेस्क