Muzaffarpur ठंड में पटरियों की निगरानी के लिए अफसर भी उतरेंगे

Muzaffarpur ठंड में पटरियों की निगरानी के लिए अफसर भी उतरेंगे
 
Muzaffarpur ठंड में पटरियों की निगरानी के लिए अफसर भी उतरेंगे

बिहार न्यूज़ डेस्क  रेलवे बोर्ड के सिविल इंजीनियरिंग प्लानिंग के निदेशक सौरभ जैन ने जाड़े में रेल पटारियों की संरक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया है. पेट्रोलमैन को जीपीएस उपकरण से लैस करने को कहा है. इंजीनियरिंग विभाग के पदाधिकारियों को इसकी नियमित निगरानी करने का निर्देश दिया है. रेलवे पटरियों के साथ प्वाइंट्स की नियमित निगरानी और मरम्मत करने को निर्देशित किया है. इसकी रिपोर्ट भी जोन के प्रधान मुख्य इंजीनियर से मांगी है.

निदेशक की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि देश के अधिकांश भागों में सर्दी शुरू हो चुकी है. सर्दियों में रेल पटरियों के दरकने और टूटने की संभावना अधिक होती है. यात्रियों की संरक्षा के लिए इसे रोकने की जरूरत होती है. बोर्ड की ओर से जारी निर्देशों का पालन कराना जरूरी है. उन्होंने रेलवे के सभी जोन के प्रधान मुख्य अभियंता को भी पत्र भेजा है. उन्होंने निर्देश दिया है कि जॉगल्ड फिश प्लेट्स के साथ बोल्ट होल सहित रेल जोड़ों की नियमित जांच कर उसकी ऑयलिंग करें. रेल पटरियों में ठंड के दौरान दरार की संभावना को लेकर पेट्रोलमैन की तैनाती जीपीएस डिवाइस के साथ करें.

उनको पेट्रोल चार्ट दिया जाएगा, ताकि उनकी भी निगरानी निरंतर की जा सके.

तापमान की लगातार करें मॉनिटरिंग निदेशक ने प्रधान मुख्य इंजीनियर को कहा है कि तापमान पर कड़ी नजर रखें. इसके लिए तापमान रिकॉर्ड रजिस्टर भी तैयार कराएं. अब जाड़े के मौसम की गश्ती शुरू की जानी चाहिए. की-मैन के ड्यूटी घंटों में उचित परिवर्तन करें, ताकि समय रहते विफलताओं का पता लगाया जा सके. उन्होंने सेक्शन इंजीनियर और एडीईएन को निरंतर जांच व निरीक्षण कर रिपोर्ट देने को कहा है.

जरूरत पड़े तो ट्रेनों की रफ्तार करें कम ठंड में पटरी में आयी दरार को पकड़ने के लिए की-मैन से यूएसएफडी (एक्स-रे) कराना सुनिश्चित करें, ताकि यूएसएफडी मैनुअल के प्रावधानों के अनुसार सुधारात्मक कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा है कि जंग खाए हुए फ्लेंज वाली रेलों पर विशेष नजर रखी जानी चाहिए. यदि आवश्यक हो तो सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए गति पर भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.

 

 

मुजफ्फरपुर न्यूज़ डेस्क