Rohtas बोरिंग और नहर के पानी से धान रोपनी ने पकड़ी रफ्तार

Rohtas बोरिंग और नहर के पानी से धान रोपनी ने पकड़ी रफ्तार
 
Rohtas बोरिंग और नहर के पानी से धान रोपनी ने पकड़ी रफ्तार

बिहार न्यूज़ डेस्क जिले में धान की रोपनी में तेजी आई है. पटना कैनाल के निचले इलाके में पहले छोड़े गए नहर के पानी से किसान रोपनी कर रहे हैं. इसके साथ बोरिंग से रोपनी की जा रही है.  वलिदाद लख से दोबारा पानी छोड़ा गया है. विक्रम में देर रात पानी पहुंचा. माना जा रहा है कि एन-दो दिनों में रोपनी में और तेजी आएगी. अबतक 30 फीसदी रोपनी का कार्य पूरा हो चुका है.

जिले में 1 लाख 33 हजार हेक्टेयर में इससाल रोपनी होनी है. रोहिणी नक्षत्र वाले धान की रोपनी पूरी हो गई है.

रोहणी और आद्रा नक्षत्र वाले धान की हो रही रोपनी किसान जो रोहिणी नक्षत्र में एक से सात जून के बीच और आद्रा नक्षत्र में 21 से 30 के जून के बीच धान का बीज डाले थे, वैसे किसान रोपनी तेजी से शुरू कर दिए हैं. यह बिचड़ा पूरी तरह परिपक्व हो चुका है. बिहटा के किसान शंभू कुमार ने बताया कि धान रोपनी का उचित समय 30  तक है. बिहार में किसान 15 से 20 अगस्त तक रोपनी करते हैं.

पानी आवश्यकता से कम मिल रहा किसानों को पटना जिला कृषक मोर्चा के अध्यक्ष अजय कुमार ने कहा कि पटना जिले के नहरी इलाके को आवश्यकता अनुरूप पानी नहीं मिल पा रहा है. पटना कैनाल वलिदाद लख से 1200 क्यूसेक और विक्रम लख से 250 क्यूसेक पानी छोड़ा जाए. वानसागर से पानी छोड़ने के बाद इंद्रपुरी बराज में पानी बढ़ा है. जिसमें पूर्वी छोर पटना, औरंगाबाद और दाउनगर के लिए 4200 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है.

पटना कैनाल का इसमें 1200 क्यूसेक हिस्सेदारी है. उसमें 900 क्यूसेक पानी दिया जा रहा है.

 

रोहतास न्यूज़ डेस्क