चिलचिलाती गर्मी में बहुत कम लागत में शुरू करें खीरे की खेती,जल्द बन जायेंगे लखपति ,लागत से 4 गुना होगा मुनाफा

चिलचिलाती गर्मी में बहुत कम लागत में शुरू करें खीरे की खेती,जल्द बन जायेंगे लखपति ,लागत से 4 गुना होगा मुनाफा
 
चिलचिलाती गर्मी में बहुत कम लागत में शुरू करें खीरे की खेती,जल्द बन जायेंगे लखपति ,लागत से 4 गुना होगा मुनाफा

बिज़नस न्यूज़ डेस्क, बेहद कम पैसे निवेश करके मोटी कमाई करने का आडिया आपके दिमाग में जरूर चल रहा होगा। अगर आप इसे साकार करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक बेहतर बिजनेस आइडिया दे रहे हैं। इस बिजनेस में आप कुछ ही महीनों में लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। जिस बिजनेस आइडिया  की हम बात कर रहे हैं वो है खीरे की खेती का बिजनेस। यह एक ऐसा बिजनेस है जिसमे लागत भी कम लगती है और कम समय में मोटी कमाई की जा सकती है।इसकी खासियत यह है कि इसे किसी भी तरह की मिट्टी में उगाया जा सकता है। यानी इसे आप बलुई मिट्टी, चिकनी मिट्टी, दोमट मिट्टी, काली मिट्टी, सिल्ट मिट्टी कहीं भी इसकी खेती कर सकते है।

कितने दिन में खीरे की फसल होगी तैयार?

ऐसे में आप अपने गांव से लेकर शहर में कहीं भी इसकी खेती कर सकते हैं। इन दिनों खीरे की अच्छी डिमांड है। खीरा के बिना तो सलाद भी अधूरा ही रहता है। यह स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद रहता है। खीरे की फसल 60 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है। खीरे का मौसम तो गर्मी में माना गया है। यानी इस मौसम में खीरे की जबरदस्त डिमांड है। खीरे की खेती के लिए जमीन का PH 5.5 से 6.8 तक अच्छा माना गया है। इसे नदियों और तालाबों के किनारे भी उगाया जा सकता है।

सरकार से भी सब्सिडी लेकर शुरू कर सकते हैं खीरे की खेती

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के एक किसान ने खीरे की खेती का कारोबार शुरू किया। उन्होंने सिर्फ 4 महीने में 8 लाख रुपये की कमाई की। खीरे की खेती के लिए उन्होंने नीदरलैंड के खीरे की बुवाई की थी। इन खीरों की खासियत यह है कि इसमें बीज नहीं होते। लिहाजा इन खीरों की मांग बड़े रेस्टोरेंट और होटलों में अधिक रही। किसान ने इस खीरे की खेती शुरू करने के लिए सरकार से 18 लाख रुपये की सब्सिडी ली, और खेत में ही सेडनेट हाउस बनवाया था।बता दें कि अगर देसी खीरे का भाव 20 रुपये/किलो है, तो नीदरलैंड के बिना बीज वाला ये खीरा 40 से 45 रुपये/किलो के भाव से बिकता है। मार्केटिंग के लिए सोशल मीडिया का सहारा भी लिया जा सकता है। सभी तरह के खीरों की मांग सालभर रहती है, क्योंकि सलाद के तौर पर खीरे का इस्तेमाल खूब होता है।