रामसे ब्रदर्स की एक ऐसी भूतिया फिल्म जिसकी कब्रिस्तान में हुई शूटिंग, मूवी के सेट पर सच में आ गया था 'भूत', जानिए किस्सा
बॉलीवुड न्यूज़ डेस्क -जब भी बॉलीवुड में भूतिया फिल्मों की बात होती है तो रामसे ब्रदर्स की फिल्मों के जिक्र के बिना वह अधूरी मानी जाती है। इस फिल्म इंडस्ट्री में उनका नाम 'रामसे' एक ब्रांड बन चुका है। 70-80 के दशक में जब रोमांस और ड्रामा से भरपूर फिल्में चलन में थीं, तब रामसे ब्रदर्स ने भूतिया फिल्मों का चलन शुरू किया था।
भूतिया फिल्मों के लिए मशहूर रामसे ब्रदर्स
रामसे ब्रदर्स कुल सात भाई थे, जिनमें से कुछ अब इस दुनिया में नहीं हैं। लंबे अंतराल के बाद हॉरर फिल्में बनाने वाले इन भाइयों का परिवार ओटीटी पर 'बंद दरवाजे के पीछे' सीरीज लेकर डराने आ रहा है। इस कड़ी में हम आपको उनके निर्देशन में बनी पहली हॉरर फिल्म 'दो गज जमीन के नीचे' से जुड़ी एक ऐसी बात बताएंगे, जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी।
सेट पर मिली थी लाश
रामसे ब्रदर्स ने हमेशा अपनी फिल्मों से इतिहास रचा है। सात भाइयों में से दो श्याम और तुलसी रामसे बतौर निर्देशक काम करते थे। उनके द्वारा बनाई गई कुछ फिल्मों ने उस दौर में खूब कमाई की, जबकि कुछ की कहानियां लोगों को पसंद नहीं आईं। लेकिन फिल्मों में भूत दिखाने का उनका तरीका लोगों को जरूर पसंद आया। हालांकि, रामसे ब्रदर्स का यह शौक एक दिन उनके गले की फांस बन गया, जब उन्हें सेट पर वाकई एक लाश मिली। श्याम और तुलसी रामसे ने 52 साल पहले 'दो गज जमीन के नीचे' बनाई थी। यह उनकी पहली निर्देशित फिल्म थी, जिसने अच्छा प्रदर्शन किया। इस फिल्म की शूटिंग कब्रिस्तान में हुई थी। चूंकि यह एक हॉरर फिल्म थी, इसलिए इसे भूतिया टच देने के लिए कब्रिस्तान में शूट किया गया था। बाकी सीन भी जंगलों में शूट किए गए थे।
जब हुआ 'भूत' का सामना
इस फिल्म की शूटिंग के दौरान एक ऐसी घटना घटी, जिसने सभी की हालत खराब कर दी। दरअसल, जिस फिल्म की शूटिंग हो रही थी, उसका टाइटल देखकर वहां मौजूद लोगों ने खुदाई की और उन्हें वाकई जमीन के नीचे एक लाश मिली। दो गज जमीन के नीचे को ए रेटिंग के साथ रिलीज किया गया था। उस समय हॉरर फिल्मों का चलन नहीं था, इसलिए इसे केवल दिल्ली और मुंबई में ही रिलीज किया गया। लेकिन कम स्क्रीनिंग के बावजूद यह फिल्म उस समय के हिसाब से बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट साबित हुई।