इन 4 जगहों पर रहता है महाशिवरात्रि का जनसैलाब ,रातभर होता है शिवजी के लिए जश्न

महाशिवरात्रि पूरी देशभर में धूमधाम से मनाई जाती है। यह एक आध्यात्मिक रात है जहां रातभर जगाने पर कई ऊर्जात्मक लाभ मिलते हैं। इसलिए लोग अक्सर ऐसे जगह महाशिवरात्रि मनाने जाते हैं जहां शिवजी को लेकर विशेष आस्था है और जहां रातभर जागने पर लोगों को शिवजी के करीब रहने का मौक़ा मिलता है। तो, चलिए जानते हैं भारत के ऐसे ही 5 सुप्रसिद्ध स्थान जहां महाशिवरात्रि में उमड़ते हैं लाखों की संख्या में श्रद्धालु और करते हैं पूरी रात सेलीब्रेट...
वाराणसी, उत्तर प्रदेश:
बनारस तो वैसे सालों भर भक्ति के रस में डूबा रहता है लेकिन यहां पर महाशिवरात्रि की बात ही कुछ अलग है। काशी भोलेनाथ को अत्यंत प्रिय है। इसलिए, वाराणसी में महाशिवरात्रि बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। यहाँ काशी विश्वनाथ मंदिर में ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए भक्तगण भारी संख्या में आते हैं।
मदुरै, तमिलनाडु:
मीनाक्षी अम्मन मंदिर में महाशिवरात्रि का धूमधाम से मनाया जाता है क्योंकि माना जाता है कि यहीं भगवान शिव ने देवी पार्वती से विवाह किया था। महाशिवरात्रि को भी भगवान् शिव और पार्वती के विवाह की रात माना जाता है। इसलिए, यहां लोग भारी संख्या में जुटाकर वह विवाह समारोह फिर से संपन्न कराते हैं।
हरिद्वार, उत्तराखंड:
हरिद्वार में हर साल अद्भुत महाशिवरात्रि का आयोजन किया जाता है। यहां लोग पवित्र नदियों में स्नान करते हैं और विभिन्न शिव मंदिरों में रातभर की प्रार्थनाओं और अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। दक्षेश्वर महादेव मंदिर में भगवान शिव की पूजा के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लगती हैं। गंगा जल भरने के लिए महाशिवरात्रि में कांवड़ियों की भारी भीड़ हरिद्वार में उमड़ती है।
मुरुदेश्वर, कर्नाटक:
मुरुदेश्वर में भगवान शिव की 123 फ़ीट ऊँची प्रतिमा है। यह एक लोकप्रिय शिव मंदिर है। कंदुका पहाड़ी पर बना और तीन ओर से अरब सागर से घिरा यह स्थान पूरी तरह शिवमय है। इस मंदिर में 20 मंजिला गोपुरम है। महाशिवरात्रि के आयोजन के लिए यह एक बेहद प्रसिद्ध और एक आकर्षक जगह है।उज्जैन, मध्य प्रदेश: उज्जैन, हिन्दू धर्म के सात पवित्र शहरों में से एक है, जहां महाकालेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि का धूमधाम से आयोजन होता है। मध्यप्रदेश का महाकालेश्वर मंदिर 12 विश्व प्रसिद्ध ज्योर्तिलिंग में शामिल है। उज्जैन में महाशिवरात्रि के पर्व को पूरे 9 दिनों तक बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। हर रोज महाकाल का अलग-अलग स्वरूपों में श्रृंगार कर उनकी शादी से संबंधित सभी रस्म निभाई जाती है।