यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर
 
यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर

ट्रेवल न्यूज़ डेस्क,,पूरी दुनिया में घूमने के लिए कई जगह मौजूद हैं, लेकिन अगर बात हो विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं को देखने की, तो चिड़ियाघर से अच्छी कोई जगह नहीं हो सकती। हर साल लाखों पर्यटक जीव-जंतुओं को देखने और उनकी प्रशंसा करने के लिए चिड़ियाघरों में अपने बच्चों और दोस्तों के साथ आते हैं। यहां आकर वे ऐसे जानवर देखना पसंद करते हैं, जो धीरे- धीरे विलुप्त हो रहे हैं। बता दें, दुनिया के कुछ सबसे बड़े चिड़ियाघर भारत में भी मौजूद हैं, जो सैकड़ों एकड़ जमीन पर फैले हुए हैं। आज इन्हीं चिड़ियाघरों के बारे में हम आपको बताने वाले हैं, जो देश के सबसे लोकप्रिय जू में आते हैं। यहां एक बार आपका आपकी फैमिली के साथ आना तो बनता है।

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर

इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क
विशाखापत्तनम में स्थित इंदिरा गांधी जूलॉजिकल पार्क भारत के सबसे बड़े चिड़ियाघरों में से एक है। अगर आप जानवरों और पक्षियों के प्रति प्रेम रखते हैं, तो यहां आकर आपके मन को बहुत खुशी होगी। ये चिड़ियाघर 600 एकड़ से अधिक जमीन पर फैला हुआ है। आप यहां पर विभिन्न जानवरों और पक्षियों की प्रजातियों को देख सकते हैं। सबसे खास बात ये है कि ये कम्बलकोंडा वन चिड़ियाघर के चारों ओर से घिरा हुआ है। ऐसे में यहां आपको विभिन्न प्रकार के पक्षी देखने को मिल जाएंगे, जो आमतौर पर दिखाई नहीं देते हैं।

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर
नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क
ओडिशा के भुवनेश्वर में स्थित नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क की स्थापना लुप्त होने वाले विशेष जीवों को रखने के लिए की गई थी। जानवरों के लिए यहां 200 से अधिक बाड़ स्थापित किए गए हैं। बता दें, इस चिड़ियाघर की स्थापना 1960 में हुई थी, लेकिन 1979 तक पर्यटकों को आने की अनुमति नहीं दी गई थी। हालांकि अब यहां पर्यटक आ सकते हैं। एंट्री के लिए टिकट लेनी होगी। अगर आप व्हाइट टाइगर देखना चाहते हैं, तो यहां सफारी का लुफ्त उठा सकते हैं। बता दें, नंदनकानन भारत का पहला चिड़ियाघर है, जिसने सबसे पहले व्हाइट टाइगर सफारी की शुरुआत की थी।

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर
राजीव गांधी जूलॉजिकल पार्क
पुणे के सबसे फेवरेट टूरिस्ट डेस्टिनेशन में राजीव गांधी जूलॉजिकल पार्क का नाम शामिल है। अगर आप नेचर से प्यार करते हैं और विभिन्न प्रकार के जानवरों को देखना और उनकी तस्वीरें लेना पसंद करते हैं, तो ये जगह आपके लिए बेस्ट है। शहर के ट्रैफिक और भीड़-भाड़ से दूर आप इस चिड़ियाघर में आकर अपना पूरा दिन बिता सकते हैं। यकीन मानिए आपको सुकून जरूर मिलेगा।

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर
मैसूर चिड़ियाघर
157 एकड़ में फैला मैसूर चिड़ियाघर को आधिकारिक तौर पर श्री चामराजेंद्र जूलॉजिकल गार्डन के नाम से जाना जाता है। इस चिड़ियाघर की स्थापना 18वीं शताब्दी में हुई थी। इसलिए इसकी गिनती सबसे अच्छे और पुराने चिड़ियाघरों में होती है। बता दें, चिड़ियाघर के अंदर एक शानदार गार्डन यानी बगीचा स्थित है, जो सुंदर और मनमोहक है। इस चिड़ियाघर में 100 से अधिक विभिन्न प्रकार के स्तनधारी, पक्षी, सरीसृप और अन्य जानवर हैं। जिन्हें देखने के लिए पर्यटक दूर-दूर से आते हैं।

यह हैं भारत के 5 सबसे बड़े जूलॉजिकल पार्क जहां रखें जाते हैं विलुप्त होते जानवर
अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क, चेन्नई
अरिग्नार अन्ना जूलॉजिकल पार्क को वंडालुर चिड़ियाघर के रूप में भी जाना जाता है। अरिग्नार अन्ना चिड़ियाघर वनस्पतियों और जीवों की 2,553 प्रजातियों का घर है। इस चिड़ियाघर के 160 बाड़ों में 1,500 से अधिक जंगली जानवर रहते हैं, जिनमें 46 लुप्तप्राय प्रजातियां भी शामिल हैं। आपको बता दें, यहां आप अब कश्मीर के हिमालयी काले भालू का भी दीदार कर सकते हैं। इसके अलावा, ये भारत का एकमात्र चिड़ियाघर भी है, जहां आप गोरिल्ला भी देख सकते हैं।