Kota इंजीनियर पर जानलेवा हमला करने के मामले में 3 आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े
कोटा न्यूज़ डेस्क, कोटा में पीएचईडी के अधिशासी अभियंता पर जानलेवा हमला कर उसे दुर्घटना का रूप देने के मामले में दादाबाड़ी थाना पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें उदयपुर के सुखेर थाने का हिस्ट्रीशीटर नरेश वाल्मीकि भी शामिल है।ठेकेदार मनोज बागड़ी पीएचईडी के अधिशासी अभियंता बन्ने सिंह से बदला लेना चाहता था। ठेकेदार ने हिस्ट्रीशीटर नरेश वाल्मीकि के साथ मिलकर साजिश रची। और पिकअप से टक्कर मारकर उसकी हत्या का प्रयास किया। पुलिस ने सुखेर थाना क्षेत्र जिला उदयपुर निवासी नरेश वाल्मीकि (49), जावर माइंस, सलूंबर निवासी सुनील मीना (24) और हिरणमगरी जिला उदयपुर निवासी रोहित उर्फ फरारी (23) को गिरफ्तार किया। नरेश वाल्मीकि के खिलाफ 33 मामले दर्ज हैं।
दादाबाड़ी थाना सीआई नरेश कुमार मीना ने बताया कि बन्ने सिंह मीना दादाबाड़ी स्थित पीएचईडी विभाग में अधिशासी अभियंता के पद पर कार्यरत हैं। 25 जून को शाम करीब 6 बजे वे अपने कार्यालय से तीन बत्ती चौराहा होते हुए महावीर नगर विस्तार योजना जा रहे थे। अचानक सामने से आ रही तेज रफ्तार लोडिंग पिकअप ने जान से मारने की नीयत से उन्हें टक्कर मार दी। बन्ने सिंह के बाएं पैर व दाएं हाथ में चोटें आईं। ऑपरेशन के बाद पैर में रॉड डाली गई। शिकायत पर पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। फुटेज में पिकअप चालक व एक अन्य व्यक्ति घटना के बाद कुछ दूरी पर खड़ी एक्टिवा को संदिग्ध हालत में लेकर भागते नजर आए। जांच में सामने आया कि उदयपुर में पदस्थापना के दौरान अधिशासी अभियंता बन्ने सिंह ने ठेकेदार मनोज बागड़ी के फर्जी बिलों पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया था। जिससे ठेकेदार नाराज था। बदला लेने की नीयत से उसने हिस्ट्रीशीटर नरेश वाल्मीकि के साथ साजिश रची और हमला करवाया। इस मामले में पुलिस आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।