राजस्थान में एक ही पद के लिए 4 अफसर लाइन में, जानें क्या है खास वजह

राजस्थान में एक ही पद के लिए 4 अफसर लाइन में, जानें क्या है खास वजह
 
राजस्थान में एक ही पद के लिए 4 अफसर लाइन में, जानें क्या है खास वजह

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के प्रशासन से जुड़ी एक रोचक खबर सामने आयी है। जानकारी के मुताबिक नगर नियोजन के नए मुखिया को लेकर जोर-आजमाइश तेज हो गई है। पहली बार है कि मुख्य नगर नियोजक (सीटीपी) पद के लिए चार दावेदार हैं। इसके लिए राजधानी जयपुर से दिल्ली तक हलचल मची हुई है।

मौजूदा सीटीपी 30 सितम्बर को होंगे रिटायर

दरअसल, मौजूदा सीटीपी संदीप दंडवते 30 सितम्बर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। अब नए सीटीपी की नियुक्ति होनी है। इस रेस में मुख्य नगर नियोजक स्तर के तीन और अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक स्तर का एक अधिकारी शामिल है। दावेदारों में जेडीए के निदेशक आयोजना विनय कुमार दलेला, नगर नियोजन विभाग में नियुक्त आरके तुलारा, अजमेर विकास प्राधिकरण में अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक मुकेश मित्तल और आवासन मंडल में नियुक्त अनिल माथुर हैं। सूत्रों के मुताबिक इनमें से दो ने तो दिल्ली तक संपर्क साध लिया है। हालांकि, भजनलाल सरकार योग्यता के अनुसार नियुक्ति करने पर होमवर्क कर रही है, भले ही कोई एक-दूसरे से वरिष्ठ ही क्यों न हो। नगर नियोजन की सबसे पावरफुल पोस्ट मुख्य नगर नियोजक की ही है।

इसलिए महत्वपूर्ण है सीटीपी का यह पद

शहरों के मास्टर प्लान बनाने का काम भले ही नगरीय निकाय करते हों, लेकिन इसमें मुख्य भूमिका सीटीपी कार्यालय की ही होती है। सरकार भी जमीन व प्रोजेक्ट से जुड़े किसी बड़े इन्वेस्टमेंट से पहले सीटीपी की राय लेती है। शहरों के सुनियोजित डवलपमेंट की जिम्मेदारी भी इन्हीं की होती है।