Jalore प्रोजेक्ट का 60% कार्य 17 महीने में हुआ डेडलाइन तक पूरा नहीं होगा 40% काम

Jalore प्रोजेक्ट का 60% कार्य 17 महीने में हुआ डेडलाइन तक पूरा नहीं होगा 40% काम
 
Jalore प्रोजेक्ट का 60% कार्य 17 महीने में हुआ डेडलाइन तक पूरा नहीं होगा 40% काम
जालोर न्यूज़ डेस्क, जालोर पीपीपी मोड पर रामसीन से रानीवाड़ा वाया भीनमाल तक सडक़ निर्माण का काम निर्धारित अवधि पर पूरा नहीं होगा। एजेंसी की ढिलाई से ऐसी स्थिति बन रही है। करीब 63 किमी लंबे इस डामर सडक़ के लिए कार्य 29 सितंबर 2022 को शुरु हुआ था। इस काम को 550 दिन में 30 मार्च 2024 को पूरा करना है। अधिकारियों की मानें तो अब तक प्रोजेक्ट का 60 प्रतिशत से कुछ अधिक काम पूरा हो चुका है। अधिकारी खुद मान रहे हैं कि काम देरी से चल रहा है और यह काम तय समय सीमा पर पूरा नहीं हो पाएगा। बता दें अब प्रोजेक्ट को निर्धारित अवधि में पूरा करने के लिए करीब 50 दिन बचे हुए है। इन 50 दिनों की अवधि में बचा हुआ शेष 40 प्रतिशत काम पूरा करना कतई संभव नहीं है।

फैक्ट फाइल

62.619 किमी है यह प्रोजेक्ट

29 सितंबर 2022 को जारी हुए वर्कऑर्डर

31 मार्च 2024 को पूरा करना है कार्य

247.77 करोड़ का है प्रोजेक्ट

रामसीन से भीनमाल के बीच रामसीन-खानपुर के बीच 15 किमी केवल कंकरीट बीच हुई है। इस हिस्से में डामरीकरण का काम बाकी है।

भीनमाल शहर में रामसीन की तरफ से पहुंचने पर एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। यह काम भी तय सीमा में पूरा नहीं होगा।

कोड़ी रेलवे क्रॉसिंग पर भी ऐसी स्थिति है। यहां पर भी रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण प्रगति पर है। यह काम भी धीमी गति से चल रहा है।

रामसीन-खानपुर के बीच मार्ग पर डामरीकरण का इंतजार।

अतिरिक्त समय लगेगा

रामसीन-भीनमाल-रानीवाड़ा मार्ग के नवीनीकरण का काम चल रहा है। काम मार्च अंत तक पूरा होना था, लेकिन अभी इसमें कुछ अतिरिक्त समय लगेगा। करीब डेढ़ साल से जालोर से भीनमाल, रानीवाड़ा और सांचौर तक सडक़ मार्ग से आवाजाही करने वाले वाहन चालक सडक़ मार्ग की बदहाली से परेशान है। प्रोजेक्ट स्वीकृति पर आस थी कि जल्द से जल्द सडक़ का नवीनीकरण हो जाएगा। लेकिन काम की धीमी गति से दर्द बढ़ाया है। धूल के गुबार उडऩे के साथ वाहनों की आवाजाही के दौरान कंकरीट उछलने सेे भी लोगों को खासी दिक्कत होती है।