Jaipur प्रदेश के 600 मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाएगा

Jaipur प्रदेश के 600 मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाएगा
 
Jaipur प्रदेश के 600 मंदिरों को विशेष रूप से सजाया जाएगा

जयपुर न्यूज़ डेस्क, जयपुर भजनलाल सरकार के पहले पूर्ण बजट में बुधवार को धार्मिक स्थलों के लिए कई घोषणाएं की गईं। अब जल्द ही राजधानी सहित प्रदेश के अन्य जिलों के प्रमुख धार्मिक स्थलों की सूरत बदलेगी। देवस्थान विभाग के अधीन आने वाले मंदिर अब रोशनी से जगमग होंगे। अन्य मंदिरों की तर्ज पर इनमें साज-सज्जा की व्यवस्था भी की जाएगी। लगभग 600 मंदिरों में दीपावली, होली, शिवरात्रि एवं रामनवमी सहित अन्य त्योहारों पर विशेष साज-सज्जा, आरती व रुद्राभिषेक सहित अन्य अनुष्ठान होंगे। इसके लिए बजट में 13 करोड़ रुपए का प्रस्ताव पारित किया गया है।

इसी तर्ज पर खाटूश्यामजी में कॉरिडोर बनाने व मंदिर को भव्यता प्रदान करने के लिए 100 करोड़ रुपए की राशि का प्रावधान की घोषणा की है, ताकि इसे अयोध्या व काशी की तर्ज पर विकसित किया जा सके। जमवाय माता मंदिर जमवारामगढ़, जयपुर के राधा माधव मंदिर, माताजी मावलियान मंदिर व गणेश मंदिरों में विकास कार्य कराए जाएंगे। सीताबाड़ी-बारां, कमलनाथ महादेव व जावर माता मंदिर-उदयपुर तथा आसपास के स्थलों के समग्र विकास के साथ ही यात्रियों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएंगी। डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा में क्रमश: डूंगर बरंडा व बांसिया चारपोटा जनजातीय नायकों के स्मारकों एवं उदयपुर में वीर बालिका कालीबाई संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा।इन पर 25 करोड़ रुपए व्यय किए जाएंगे। साथ ही डूंगरपुर में शिल्पग्राम बनाया जाएगा।

बावड़ियों के जीर्णोद्धार के लिए 20 करोड़ रुपए

वित्त मंत्री दिया कुमारी ने जयपुर व आमेर की बावड़ियों के जीर्णोद्धार तथा वर्षा जल को सहेज कर रखने के लिए 20 करोड रुपए की बजट घोषणा की। इसका ताल कटोरा व कदब कुंड विकास समिति ने स्वागत किया है। अध्यक्ष मनीष सोनी ने बताया कि पिछले महीने स्तंभ हैरिटेज विंडो में पत्रकार जितेंद्र सिंह शेखावत ने जयपुर व आमेर की बावड़ियों तथा जल संरक्षण स्रोतों पर सीरीज लिखी थी, जिसमें करीब 47 बावड़ियों का उल्लेख किया था। इनके इतिहास के साथ ही वर्तमान स्थिति और सरकारी अनदेखी के बारे में भी बताया था।