Bikaner NEET PG टॉप 100 रैंकर्स में से 95 PG छात्रों ने नॉन सर्जिकल ब्रांच चुनी

Bikaner NEET PG टॉप 100 रैंकर्स में से 95 PG छात्रों ने नॉन सर्जिकल ब्रांच चुनी
 
Bikaner NEET PG टॉप 100 रैंकर्स में से 95 PG छात्रों ने नॉन सर्जिकल ब्रांच चुनी

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी की ओर से नीट पीजी की काउंसलिंग जारी है। वहीं कुछेक विवादों के बीच कई राज्यों में नीट पीजी की काउंसलिंग भी चल रही है। राजस्थान में नीट पीजी से जुड़ा एक मामला कोर्ट में पहुंच चुका है। उधर, इस बीच नीट पीजी में एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है।अब पीजी स्टूडेंट्स डॉक्टर्स के साथ होने वाली हिंसक घटनाओं को देखते हुए टॉपर्स रेडियोलॉजी व मेडिसिन जैसी ब्रांचों में अधिक रुचि ले रहे हैं। वहीं सर्जिकल जैसी मुश्किल ब्रांच में छात्रों का रुझान कम है। साल 2024 में नीट पीजी में टॉप-100 रैंक हासिल करने वाले छात्रों में से मात्र दो छात्रों ने सर्जरी और चार ने गायनिक ब्रांच चुनी। टॉप-500 छात्रों में यह आंकड़ा मात्र 20 और टॉप-1000 में से 37 छात्रों ने ही सर्जिकल ब्रांच को चुना।

दूसरी ओर, टॉप-100 रैंक हासिल करने वालों में से 45 ने रेडियोलॉजी ब्रांच को चुना। वहीं 500 रैंक हासिल करने वाले छात्रों में से 172 और टॉप-1000 रैंक में आने वालों में से 125 ने रेडियोलॉजी ब्रांच में रुचि दिखाई है। रेडियोलॉजी ब्रांच को सबसे सुरक्षित ब्रांच माना जाता है। प्रैक्टिस के समय रेडियोलॉजी में बहुत कम रिस्क रहती है। वहीं डॉक्टर्स आसानी से इस ब्रांच का सेटअप भी कर सकते हैं।

सर्जरी में स्किल्स हासिल करने में लगता है समय

सर्जरी में कम होते रुझान के बारे में आईएमए जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क के सचिव डॉ. शंकुल द्विवेदी का कहना है कि सर्जरी में स्किल्ड होने में काफी समय लगता है। ऐसा रेडियोलॉजी सहित अन्य ब्रांच में नहीं है। रेडियोलॉजी में सीधे मरीज के साथ कम्यूनिकेशन नहीं होता है। हालांकि कॅरिअर दोनों ही ब्रांच में है, लेकिन सुरक्षा के लिहाज से अब पीजी छात्र रेडियोलॉजी को अधिक चुन रहे हैं।

एडमिशन ट्रेंड : डॉक्टर्स के साथ होने वाली हिंसा के कारण स्टूडेंट्स चाहते हैं सुरक्षित ब्रांच

पिछले कुछ सालों में ही बदला है ब्रांच का यह ट्रेंड

नॉन सर्जिकल ब्रांच में सीट कम होने के कारण टॉपर्स ब्रांच चुन रहे हैं। जबकि सर्जिकल ब्रांच में अधिक सीटों के कारण छात्र पीछे ही रैंक पर भी, ब्रांच ले रहे हैं। सर्जिकल ब्रांच में छात्रों की रुचि पिछले कुछ सालों में ही कम हुई है।

सर्टिफिकेट कोर्स और सोशल मीडिया भी कारण

सोशल मीडिया रील व वीडियो के कारण भी इन ब्रांचों में रुझान बढ़ा है। खासकर कॉस्मेटिक व फिटनेस के क्षेत्र में काफी डॉक्टर्स अपनी बात सोशल मीडिया पर रख रहे हैं। लोगों को भी घर बैठे ब्यूटी और फिटनेस टिप्स मिल रहे हैं।