Ajmer ठंड बढ़ने पर आनासागर में बढ़ेगी प्रवासी पक्षियों की चहचहाट
यह है पंसदीदा स्थल
पुरानी विश्राम स्थली, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट-रीजनर कॉलेज चौपाटी, सागर विहार कॉलोनी के पाथ-वे से सटी जमीन और इसके आसपास के इलाके नम हैं। यह हिस्सा प्रवासी और देशी पक्षियों का पसंदीदा है। पानी में पाए जाने वाले कीट, काई और अन्य पदार्थ प्रवासी पक्षियों का मुय भोजन है। इस हिस्से में सालभर पक्षियों की मौजूदगी रहती है।
बन सकती है मिनी बर्ड सेंचुरी
झील में बबूल के पेड़ देशी पक्षियों के आश्रय स्थल हैं। यहां पक्षियों के लिए खाद्य पदार्थ, जलवायु और पेड़-पौधे मौजूद हैं, जो इन्हें पसंद आते हैं। स्थानीय प्रशासन और पर्यावरणविद प्रयास करें तो यहां मिनी बर्ड सेंचुरी और भविष्य का लघु पर्यटन केंद्र बन सकता है। स्पॉट बिल डक, आईबिस, कॉमन मैना, परपल ग्रे हेरॉन, इग्रेट (व्हाइट ग्रे), मूरहेन, मैलार्ड, कॉमन टील, रफ, किंगफिशर, स्पून बिल, स्पॉट बिल्ड डक, नॉर्दन शॉवलर सहित 50 से अधिक प्रजातियां यहां रहती हैं। गर्मियों में यहां स्पॉटबिल डक, कॉमन मैना, मूरहेन सहित कई पक्षी प्रजनन करते हैं।