Ajmer प्रथम पूज्य का मंदिर में पंचामृत अभिषेक व पुष्प बंगला अर्पित किया जाएगा
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर गणेश चतुर्थी पर विघ्नहर्ता के पूजन और दस दिवसीय गणेशोत्सव की तैयारियां शहर में शुरू हो गई हैं। विभिन्न मंदिरों में रिद्धि-सिद्धि के दाता की परम्परानुसार पूजा होगी। रात्रि जागरण-भजन के अलावा पंचामृत अभिषेक, आरती, विशेष फूल बंगला चढ़ाने सहित अन्य कार्यक्रम होंगे।
शहर का सबसे प्राचीन मंदिर
आगरा गेट गणेश मंदिर मराठाकाल में 18 वीं शताब्दी में स्थापित हुआ था। यह पूर्व में आगरा गेट के अंदर था। बाद में इसे गेट के बाहर स्थापित किया गया। इसी मंदिर में शादी-विवाह का प्रथम निमंत्रण, वाहनों की पूजा और अन्य कार्यों के लिए शहरवासी सर्वाधिक पहुंचते हैं। परम्परानुसार मंदिर में गणेश चतुर्थी से पूर्व रात्रि जागरण होगा। सात सितंबर को गणेश चतुर्थी पर सुबह 4 बजे आरती, 6 बजे मंगला आरती होगी। 8 बजे गणपति अथर्व शीर्ष पाठ के बाद 11 बजे दूध, दही, शहद, घृत और शक्कर से प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक होगा। दोपहर 12 बजे आरती के बाद प्रसाद वितरण होगा। चांदी के छत्र का श्रृंगार होगा। शाम को गुलाब, मोगरा, रजनीगंधा और अन्य फूलों का बंगला चढ़ाया जाएगा।