Ajmer गलतफहमी में चिकित्सकों से उलझा मरीज का परिजन, माहौल गर्माया

Ajmer गलतफहमी में चिकित्सकों से उलझा मरीज का परिजन, माहौल गर्माया
 
Ajmer गलतफहमी में चिकित्सकों से उलझा मरीज का परिजन, माहौल गर्माया
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर जवाहर लाल नेहरू अस्पताल परिसर में ही एम्बुलेंस आपातकालीन इकाई तक नहीं पहुंच पा रही है। अस्पताल परिसर में बेतरतीब पार्किंग व्यवस्था के चलते गुरुवार को भी एम्बुलेंस दुपहिया व अन्य वाहनों की आवाजाही व दोनों छोर पर पार्किंग के चलते फंस गई। जवाहर लाल नेहरू अस्पताल परिसर में पार्किंग व्यवस्था अभी तक सुचारू नहीं हो पाई। शिशु रोग विभाग में बीमार बच्चे को लेकर आई एम्बुलेंस को निकलने में ही परेशानी हो गई, जबकि एम्बुलेंस के लिए अस्पताल परिसर में कोई गतिरोध नहीं होना चाहिए। वाहनों के निकलने के बाद एम्बुलेंस पहुंच पाई।

फिर निरीक्षण, हिदायत का क्या असर ?

अस्पताल व मेडिकल कॉलेज प्रशासन की ओर से पिछले चार सप्ताह से निरीक्षण किए जा रहे हैं। सभी में पार्किंग की बदहाल स्थिति सामने आई। सभी अधिकारियों ने पार्किंग ठेकेदार, सुपरवाइजर आदि को हिदायत दी, कार्रवाई के निर्देश दिए, ठेका बदलने की बात कही मगर वही ढाक के तीन पात की कहावत चरितार्थ हो रही है। मरीज की जांच एवं शरीर में सेन्स की जानकारी के लिए चिकित्सक की ओर से अपनाई प्रक्रिया पर एक परिजन खफा हो गया। मरीज को अस्पताल के बाहर ले आया। बाद में चिकित्सक व नर्सिंग ऑफिसर की समझाइश एवं जांच की प्रक्रिया का हिस्सा बताने पर वापस मरीज को उपचार के लिए अंदर लाकर उपचार शुरू किया गया।

जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में गुरुवार को एक मरीज के शरीर में हलचल कम होने एवं पैरालाइसिस की आशंका पर चिकित्सक ने मरीज के पैर, हाथ पर सेंस की जांच के लिए चूटियां लिया तो पास खड़ा एक परिजन नाराज हो गया। उसने उपचार नहीं कर मरीज के चूटिया भरने की शिकायत कर मरीज को आपातकालीन इकाई से बाहर ले गया। बाद में नर्सिंग ऑफिसर नरेश शर्मा व अन्य ने समझाइश की। अन्य परिजन ने संबंधित परिजन को अस्पताल से रवाना कर दिया। इसके बाद चिकित्सकों ने मरीज की जांच कर उपचार शुरू किया।