Ajmer प्लास्टिक कोटेड डिस्पोजल से कैंसर का खतरा, बांटें मिट्टी के बर्तन

Ajmer प्लास्टिक कोटेड डिस्पोजल से कैंसर का खतरा, बांटें मिट्टी के बर्तन
 
Ajmer प्लास्टिक कोटेड डिस्पोजल से कैंसर का खतरा, बांटें मिट्टी के बर्तन

अजमेर न्यूज़ डेस्क , अजमेर प्लास्टिक कोटेड डिस्पोजल स्वास्थ्य के लिए घातक हैं, इससे कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है। मगर इससे बचाव के लिए मिट्टी के सिकोरों में चाय, कॉफी बेचने व वितरण से कुछ हद तक बीमारी के अंदेशे से बच सकते हैं। यही नहीं पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता रैंकिंग में भी सुधार हो सकता है।नगर निगम के पार्षद नरेन्द्र तुनवाल की ओर से वार्ड 62 में की गई पहल पर अगर निरंतर अमल हो तो सकारात्मक परिणाम सामने आ सकते हैं। पार्षद की ओर से कैंसर दिवस पर अपने क्षेत्र की करीब 24 स्टॉल व दुकानों पर करीब 3000 मिट्टी के सिकोरे (कुल्हड़) का वितरण किया। वहीं स्टॉल संचालकों को प्लास्टिक कोटेड डिस्पोजल की जगह मिट्टी के सिकोरों में चाय-कॉफी देने का आग्रह किया। उन्होंने मिट्टी के खास तरह के सिकोरे तैयार करवाए।

पार्षद तुनवाल ने बताया कि डब्ल्यूएचओ की कैंसर एजेंसी, इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार भारत में 2022 में 14.13 लाख से अधिक नए कैंसर के मामले सामने आए हैं और 9.16 लाख मौतें हुईं, जो कि दिनों दिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने क्षेत्र के स्टॉल संचालकों एवं आमजन को कार्यक्रम की महत्ता बताने के साथ शपथ दिलाई। सभी ने डिस्पोजल में चाय-कॉफी वितरण नहीं करने की शपथ ली। युवाओं ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका कहना रहा कि अगर इसी तरह का काम शहरभर में हो तो डिस्पोजल के कचरे, एस्कैप चैनल अवरुद्ध होने की समस्या से भी निजात मिलेगी। यही नहीं स्वच्छता रैंकिंग सर्वे की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आ सकती है।