Ajmer लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले साइंस पार्क का काम शुरू हो जाएगा

Ajmer लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले साइंस पार्क का काम शुरू हो जाएगा
 
Ajmer लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले साइंस पार्क का काम शुरू हो जाएगा
अजमेर न्यूज़ डेस्क, अजमेर   विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सोमवार को पंचशील स्थित झलकारी बाई स्मारक के निकट साइंस पार्क का निरीक्षण कर लोकसभा चुनाव आचार संहिता से पहले पार्क का काम शुरू करने और टेंडर सहित सभी औपचारिकता पूरी करने के निर्देश दिए। देवनानी ने कहा कि साइंस पार्क स्कूल, कॉलेज-यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों, शिक्षकों और आमजन के लिए अहम है। सिविल वर्क के टेंडर हो चुके हैं। बाउंड्रीवॉल के लिए एडीए 1 करोड़ रुपए देगा। मार्च के पहले सप्ताह में आचार संहिता लगने से पहले कार्य शुरू कर दिया जाए। पार्क की निर्माण अवधि 27 माह रखी गई है। इससे पहले काम खत्म करने का प्रयास होगा। इस दौरान उन्होंने प्रोजेक्ट रिपोर्ट, नक्शा और विभिन्न कार्यों का ब्यौरा लिया। जिला कलक्टर डॉ. भारती दीक्षित, एडीए आयुक्त नित्या.के, नगर निगम आयुक्त देशलदान चारण और अन्य मौजूद रहे।

पांच साल ठप रहा कामकाज: 9 सितम्बर 2018 को तत्कालीन उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने साइंस पार्क का शिलान्यास किया था। 20 हजार 234 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनने वाले साइंस पार्क की लागत 15 करोड़ 20 लाख रुपए थी। स्मार्ट सिटी योजना के तहत 8 करोड़ 65 लाख का फंड राज्य सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को ट्रांसफर किया गया। बकाया 6 करोड़ 37 लाख राज्य सरकार को देना था। लेकिन पार्क में एक ईंट तक नहीं लग सकी।। 95 लाख रुपए से भूमि समतल जरूरी की गई। पिछले साल तो प्रोजेक्ट को ही निरस्त कर दिया गया था।

यों तैयार होगा साइंस पार्क

●तारामंडल, आकाशगंगा और सनशाइन गैलेरी

●हाइटेक ऑडियो-वीडियो सिस्टम

●चंद्रमा और बृहस्पति ग्रह पर इंसान का वजन

●पृथ्वी की सूर्य और विभिन्न ग्रहों की दूरी

●तारामंडल में घूमते ग्रह का अध्ययन

●थ्री डी थियेटर में फिल्म का प्रदर्शन

●इनोवेशन लर्निंग हब

●डायनोसोर, सौर और पवन ऊर्जा के मॉडल

आधुनिक होगा साइंस पार्क : देवनानी ने कहा कि इसे पश्चिमी भारत के सबसे आधुनिक साइंस पार्क के रूप में विकसित किया जाएगा। साइंस पार्क के निर्माण पर 15 करोड़ 20 लाख रुपए की लागत आएगी। बीते पांच साल तक साइंस पार्क का काम अटकने से पर्यटन और शैक्षिक विकास की योजना अधूरी रह गई।