Rajasthan के सभी विश्वविद्यालय अब 5-5 गांवों को लेंगे गोद और विकास कार्य करेंगे

Rajasthan के सभी विश्वविद्यालय अब 5-5 गांवों को लेंगे गोद और विकास कार्य करेंगे
 
Rajasthan के सभी विश्वविद्यालय अब 5-5 गांवों को लेंगे गोद और विकास कार्य करेंगे

जयपुर न्यूज़ डेस्क, राजस्थान के प्रत्येक विश्वविद्यालय अब पांच-पांच गांव गोद लेकर उनके विकास का काम करेंगे. इसके अलावा राज्यभर के सभी विश्वविद्यालयों और उनसे संबद्ध सभी महाविद्यालयों में बॉयोमैट्रिक मोबाइल एप बेस्ड अटेंडेंस होगी. खास बात है कि ये व्यवस्था 30 मई तक लागू की जाएगी. 

राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई बैठक

बताया गया कि मंगलवार को राज्यपाल कलराज मिश्रा की अध्यक्षता में कुलपति समन्वय समिति की बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. जिसके लागू होने से जमीनी स्तर पर काफी बदलाव आ सकता है. राज्यपाल की अध्यक्षता में फैसला लिया गया कि राज्यभर के प्रत्येक विश्वविद्यालय अब पांच-पांच गांव को गोद लेंगे. 

पांच-पांच गांव का विकास करेंगे विश्वविद्यालय

पांच-पांच गांव को गोद लेने के साथ-साथ उनके विकास कार्य की भी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय के ऊपर ही होगी. इसके अलावा विश्वविद्यालयों में बॉयोमैट्रिक मोबाइल एप बेस्ड अटेंडेंस की व्यवस्था की जाएगी. बताया गया कि नई व्यवस्था 30 मई तक लागू होगी. चरणबद्ध रूप से यह व्यवस्था विश्वविद्यालय के सभी महाविद्यालयों और संबद्ध कॉलेजों में भी लागू की जाएगी. वहीं, नवगठित विश्वविद्यालयों में संपत्तियों, दायित्वों, भूमि, पेंशन और अन्य मुद्दों के लिए कमेटी का गठन कर कार्य किया जाएगा. संबंधित जिला कलेक्टर भी कमेटी में शामिल होंगे, ताकि नए विश्वविद्यालयों से जुड़े मुद्दों का प्रभावी समाधान समय पर हो सके.  बैठक में मोहन लाल सुखाडिया विश्वविद्यालय उदयपुर को सत्र 2021- 22 के तहत सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय के रूप में सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालय का  पुरस्कार दिया गया. राज्यपाल कलराज मिश्र ने कुलपति डॉ. सुनीता मिश्रा को "कुलाधिपति पुरस्कार", प्रशस्ति पत्र और ट्रॉफी प्रदान किया.