Alwar मानसून ने बढ़ाई त्वचा संबंधी बीमारियां, रोजाना आ रहे 200 मरीज

Alwar मानसून ने बढ़ाई त्वचा संबंधी बीमारियां, रोजाना आ रहे 200 मरीज
 
Alwar मानसून ने बढ़ाई त्वचा संबंधी बीमारियां, रोजाना आ रहे 200 मरीज

अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर मानसून में नमी और उमस भरी गर्मी से लोगों को त्वचा रोग हो रहे हैं। जिला अस्पताल में रोजाना 200 से ज्यादा लोग त्वचा की बीमारियों के चलते पहुंच रहे हैं। इनमें हर चौथे रोगी पर फंगस का संक्रमण िमल रहा है।जून माह में अस्पताल में 3 हजार 852 मरीज यानी औसतन 130 मरीज रोजाना जांच के िलए आए। जुलाई में बारिश बढ़ी तो 8 दिन में ही त्वचा ओपीडी 1500 के पार िनकल गई। करीब 35 फीसदी ज्यादा लोग बीमार हुए हैं। इनमें िस्कन पर चुभन का अहसास, खुजली और जलन तथा फफोले पड़ने के लक्षण िमल रहे हैं। रोजाना करीब 40 से 50 मरीज फंगल इंफेक्शन से पीड़ित आ रहे हैं। बारिश में उन्हें दाद की समस्या है।

बारिश में भीगने के बाद कपड़े न बदलने से फंगल इंफेक्शन बड़ा कारण है। तौलिया, साबुन, कपड़े शेयर करना फंगस को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित होने का कारण बन सकता है। फंगल इंफेक्शन शरीर के पसीना रुकने वाले स्थानों पर अधिक होता है।कभी धूप, कभी बारिश के बीच धूल से बढ़े रोग : जून के अंतिम सप्ताह से ही मौसम की उठा पटक जारी है। कभी बारिश हो रही है तो कभी धूप खिल रही है। इस कारण तापमान में उतार-चढ़ाव का दौर जारी है। ऐसे में मौसम में उमस बन रही है और आर्द्रता बढ़ रही है। ऐसी स्थिति में हवा में चर्म रोग को बढ़ावा देने वाले जीवाणुओं की संख्या बढ़ रही है। उमस और बारिश में भीगने के कारण लोगों समस्या आती है। गीले या नमी वाले कपड़ों में फंगस पनप जाते हैं।

इनसे त्वचा पर इंफेक्शन हो जाता है। ऐसे में टाइट कपड़े, जिंस आदि पहनने से बचें। शरीर की सफाई पर विशेष ध्यान दें। उमस के कारण पसीना ज्यादा आता है। इससे घमोरिया हो जाती हैं। तेज धूप व धूल से सन बर्न हो सकता है। फंगल संक्रमण के लक्षण हों तो नारियल तेल का इस्तेमाल करें। खुजली, मुहासे व त्वचा संबंधी बीमारियों से बचाव के लिए लक्षण दिखने पर विशेषज्ञ डॉक्टर से उपचार लेना चाहिए।