Alwar पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का जल्द काम होगा शुरू

Alwar पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का जल्द काम होगा शुरू
 
Alwar पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना का जल्द काम होगा शुरू
अलवर न्यूज़ डेस्क, अलवर    पार्वती-कालीसिंध-चंबल पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (पीकेसी-ईआरसीपी) के जरिए अलवर के लोगों की प्यास बुझाने की तैयारी तेज हो गई है। पहले चरण में अलवर को केवल पीने का पानी मिलेगा। योजना के दूसरे चरण में किसानों को नहर का पानी मिलने की उम्मीद है। पहले चरण में नहर का निर्माण कार्य 3446 करोड़ रुपए से होगा। इसके टेंडर जयपुर में 12 फरवरी को किए जाएंगे। उसके बाद मार्च-अप्रेल में निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है। नहर का निर्माण करने वाली एजेंसी की 20 साल तक मेंटिनेंस की जिम्मेदारी रहेगी। कार्यदायी एजेंसी को निर्माण कार्य साढे़ 4 साल में पूरा करना होगा। पूरी नहर निर्माण में 6492 करोड़ रुपए की लागत आएगी।

इस तरह से बनेगा पानी के लिए रास्ता : करौली जिले के खुर्रा-चैनपुरा गांव से अलवर जिले की राजगढ़ तहसील में नहर प्रवेश करेगी। नहर का पानी सर्वप्रथम राजगढ़ के धमरेड़ बांध में आएगा। उसके बाद नटनी के बारां में पानी पहुंचाया जाएगा। वहां से पानी को दो भागों में बांटा जाएगा। इसमें एक लिंक नहर जयसमंद बांध और दूसरी लिंक नहर पानी को रूपारेल नदी के जरिए घाट बांध तक पहुंचाएगी। जयसमंद बांध से भी दो लिंक नहरों का निकाला जाएगा, जिसमें एक सिलीसेढ़ के लिए और दूसरी लिंक नहर कृत्रिम बांध के लिए जाएगी। हालांकि अभी यह तय करना शेष है कि कृत्रिम बांध के लिए जयसमंद बांध से किस तरफ से नहर निकाली जाएगी।

फैक्ट फाइल

अलवर से खुर्रा-चैनपुरा(करौली जिला) की दूरी 150 किलोमीटर

धमरेड़ बांध से नटनी के बारां तक 45 से 50 किलोमीटर

नटनी के बारां से जयसमंद बांध 12 किलोमीटर

नटनी के बारां से लेकर रूपारेल सहित घाट बांध 40 किलोमीटर

जयसमंद बांध से सिलीसेढ़ की दूरी 8 किलोमीटर

कुल पानी की आवक 200 मिलियन क्यूबिक मीटर