Jaisalmer गठित हुई अंजना कमेटी ने 22 नेताओं को पार्टी से निकालने की सिफारिश की

Jaisalmer गठित हुई अंजना कमेटी ने 22 नेताओं को पार्टी से निकालने की सिफारिश की
 
Jaisalmer गठित हुई अंजना कमेटी ने 22 नेताओं को पार्टी से निकालने की सिफारिश की

जैसलमेर न्यूज़ डेस्क, कांग्रेस अनुशासन समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि 12 प्रमाणित नेताओं पर सबसे ज्यादा गंभीर आरोप लगे हैं। उन्हें पहली सूची में ही निकाल दिया जाना चाहिए। एक दर्जन नेताओं के खिलाफ गंभीर शिकायतें मिली हैं। अनुशासन समिति ने इन नेताओं को कांग्रेस से निकालने की सिफारिश की है। रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भेज दी गई है। डोटासरा की मंजूरी के बाद कार्रवाई पर फैसला होगा। पहले चरण में इन नेताओं को नोटिस जारी किए जाएंगे।विधानसभा चुनाव में सरकार वापस न लाने के लिए कुछ को ठहराया दोषी: कांग्रेस के कुछ नेताओं के खिलाफ शिकायतें मिली हैं कि उनकी वजह से पिछली कांग्रेस सरकार विधानसभा में वापस नहीं आ सकी। उन नेताओं ने सरकार विरोधी गतिविधियां कीं। विधानसभा चुनाव में भितरघात करने वाले नेताओं की वजह से कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा। लोकसभा चुनाव के बाद इनके खिलाफ हुई थी कार्रवाई

लोकसभा चुनाव के बाद कई नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। बाड़मेर-जैसलमेर कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदराम की शिकायत पर पूर्व मंत्री अमीन खां, जालौर प्रत्याशी वैभव गहलोत की शिकायत पर बालेंदु शेखावत और हनुमान बेनीवाल की शिकायत पर कुचेरा नगर पालिका चेयरमैन तेजपाल मिर्धा समेत कई के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। हाल ही में 27 ब्लॉक कार्यकारिणी भंग की गई थी।3 श्रेणियों में तैयार की रिपोर्ट : अनुशासन समिति के चेयरमैन अंजना ने बैठक के बाद बताया कि हमने 22 नेताओं के खिलाफ मिली शिकायतों पर चर्चा की। शिकायतों की गंभीरता को देखते हुए हम 3 श्रेणियों में रिपोर्ट दे रहे हैं। रिपोर्ट पीसीसी चीफ को भेजी जाएगी। इन पर चुनाव हरवाने की शिकायतें हैं।

10 साल बाद हुई समिति की बैठक : कांग्रेस में 10 साल बाद अनुशासन समिति की बैठक हुई है। डॉ. चंद्रभान के पीसीसी अध्यक्ष रहने के दौरान हीरालाल इंदौरा की अध्यक्षता में अनुशासन समिति की बैठक हुई थी। उसमें तोड़फोड़ करने वाले नेताओं पर कार्रवाई करने या नोटिस देने पर विचार किया गया। जयपुर कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय में पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना की अध्यक्षता में अनुशासन समिति की बैठक हुई। 10 साल पहले पूर्व मंत्री हीरालाल इंदौरा की अध्यक्षता में अनुशासन समिति की बैठक हुई थी। उसके बाद आंजना की अध्यक्षता में हुई। इसमें कांग्रेस नेताओं की शिकायतों पर ही चर्चा हुई। उनकी शिकायत थी कि लोकसभा चुनाव में तोड़फोड़ के कारण कांग्रेस को कई सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। 22 कांग्रेस नेताओं ने अपने ही लोगों को हरवाया। इनके खिलाफ कांग्रेस प्रत्याशियों ने शिकायत की थी। कांग्रेस अनुशासन समिति ने इन नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है।यह निर्णय शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना की अध्यक्षता में हुई अनुशासन समिति की बैठक में लिया गया। कांग्रेस को हराने वाले नेताओं के खिलाफ मिली शिकायतों पर चर्चा कर रिपोर्ट तैयार की गई। पीसीसी चीफ डोटासरा की कार्रवाई के बाद नामों का खुलासा होगा।