Rajasthan बजट आते ही गूगल पर सर्च हो रही है Ghelot की चिरंजीवी योजना, आखिर क्या है माजरा, जानें

Rajasthan बजट आते ही गूगल पर सर्च हो रही है Ghelot की चिरंजीवी योजना, आखिर क्या है माजरा, जानें
 
Rajasthan बजट आते ही गूगल पर सर्च हो रही है Ghelot की चिरंजीवी योजना, आखिर क्या है माजरा, जानें

जयपुर न्यूज़ डेस्क, प्रदेश की भाजपा सरकार का पहला बजट गुरुवार 8 फरवरी को पेश किया गया। बजट पेश होने के बाद सर्च इंजन गूगल पर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की चिरंजीवी योजना खूब सर्च की गई। हर कोई यह जानने को उत्सुक थे कि चिरंजीवी योजना क्या है और अब इस योजना का क्या हुआ। दरअसल लेखानुदान पेश करने के दौरान वित्त मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि चिरंजीवी योजना का नाम अब मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य योजना किया गया है। इस योजना में कैंसर का डे केयर इलाज भी किया जाएगा। चिरंजीवी योजना का नाम बदले जाने के बाद गहलोत की यह योजना गूगल पर खूब सर्च हुई।

जानिए क्या थी गहलोत की चिरंजीवी योजना

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना लागू की थी। इस योजना के तहत पहले 10 लाख रुपए तक का इलाज कवर होता था जिसे बाद में बढ़ाकर 25 लाख रुपए कर दिया गया। यह योजना गहलोत सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक थी। चिरंजीवी योजना के दरमियान राजस्थान देश में एकमात्र ऐसा राज्य था जहां 25 लाख रुपए तक मुफ्त इलाज होता था। निजी अस्पतालों में मुफ्त इलाज होता था जिसका खर्च राज्य सरकार वहन करती थी। विधानसभा चुनाव के दिनों में कांग्रेस ने दावा किया कि अगर सरकार रिपीट हुई तो चिरंजीवी योजना का दायरा और बढ़ाया जाएगा लेकिन ऐसा हो नहीं सका क्योंकि प्रदेश में सरकार बदल गई।

अब क्या होगा चिरंजीवी योजना का

भाजपा सरकार ने चिरंजीवी योजना का नाम बदलने के साथ इलाज कवर की राशि में भी बदलाव कर दिया है। जिस तरह से केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत स्वास्थ्य योजना चलाई जा रही है। उसी तर्ज पर राजस्थान में मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य योजना शुरू की जा रही है। इसी योजना में चिरंजीवी योजना मर्ज कर दी गई। यानी अब चिरंजीवी योजना को मुख्यमंत्री आयुष्मान स्वास्थ्य योजना के नाम से जाना जाएगा। केंद्र सरकार की आयुष्मान योजना में 10 लाख रुपए तक का इलाज कवर होता है। राजस्थान की आयुष्मान योजना में भी 10 लाख रुपए तक का इलाज कवर होगा। यानी चिरंजीवी योजना के तहत पूर्व में जो 25 लाख रुपए का इलाज कवर होता था। वह अब घटकर 10 लाख रुपए हो गया है।