Banswara एमजी अस्पताल को फायर सिस्टम सुधारने के आदेश
बांसवाड़ा न्यूज़ डेस्क, जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सोमवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव की अध्यक्षता में हुई। विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के दौरान जिला कलक्टर ने सख्त निर्देश दिए कि एएनसी यानि प्रसव पूर्व जांच से पूर्व 12 सप्ताह में 80 प्रतिशत उपलब्धि अनिवार्य होनी चाहिए। उन्होंने इसे साप्ताहिक मॉनिटरिंग प्वाइंट बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी बीसीएमओ को इसकी रिपोर्ट अपने कक्ष में रखने के निर्देश दिए हैं। इस दौरान जिला कलक्टर ने सभी बीसीएमओ को 108 व 104 एम्बुलेंस का भी नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने एम्बुलेंस में उपलब्ध सुविधाओं की गहनता से जांच करने को कहा। डूंगरपुर की टीम बांसवाड़ा में करेगी जांच उधर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एचएल ताबियार ने बताया कि निदेशालय से 108 व 104 की जांच के आदेश भी आए हैं। अभियान के तौर पर डूंगरपुर की टीम बांसवाड़ा की एम्बुलेंस का तथा बांसवाड़ा की टीम डूंगरपुर में संचालित एम्बुलेंस का निरीक्षण करेगी।
जांच दल में बीसीएमओ, डिप्टी सीएमएचओ, आरसीएचओ, डीपीएम, डीईएम, बीपीएम शामिल रहेंगे। मोबाइल एप्लीकेशन के जरिए निरीक्षण किया जाएगा। डॉ. ताबियार ने सभी बीसीएमओ को सब सेंटर की जमीन के लिए फाइल तैयार करने के निर्देश दिए। आयुष्मान कार्ड में कम उपलब्धि अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. भरतराम मीना ने आयुष्मान कार्ड वितरण एवं ईकेवाईसी में कम प्रगति पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि कार्ड वितरण 64 प्रतिशत तक हो चुका है तथा ईकेवाईसी मात्र 67 प्रतिशत है। इसी प्रकार उन्होंने अंतरा इंजेक्शन में 138 प्रतिशत उपलब्धि की भी सराहना की। डॉ. मीना ने कहा कि परिवार कल्याण में अब नसबंदी के केस बढ़ने लगे हैं। उन्होंने सभी बीसीएमओ को नसबंदी शिविर के दौरान टेंट एवं पानी की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने इसके लिए प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिए। शक्ति दिवस पर आभा आईडी बनाने के निर्देश उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राहुल डिंडोर ने एनसीडी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आशा, एएनएम एवं सीएचओ को प्रतिदिन न्यूनतम 10 सी-बैक फॉर्म भरने का लक्ष्य दिया जाए। उन्होंने कुशलगढ़ में सी-बैक फार्म के लिए चलाए गए छह दिवसीय अभियान की जानकारी दी। जिला कलक्टर ने इसकी प्रशंसा भी की।
उन्होंने अन्य ब्लॉकों को भी कुशलगढ़ से प्रेरणा लेकर उसी अनुरूप कार्य करने के निर्देश दिए। इसी प्रकार आभा आईडी के बारे में भी जानकारी दी। जिले में स्वास्थ्य विभाग द्वारा आभा आईडी का कार्य किया जा रहा है। जिसमें हर व्यक्ति का एक नंबर होगा। जिसके जरिए वह देश में कहीं भी इलाज करवाता है तो उसकी पिछली जांच व बीमारियों की जानकारी एक क्लिक पर मिल जाएगी। डॉ. डिंडोर ने शक्ति दिवस पर स्कूलों में बच्चों के आधार कार्ड बनवाकर आभा आईडी बनाने के निर्देश दिए। दिसंबर में चलेगा पोलियो अभियान, कोल्ड चेन का होगा निरीक्षण। जिला शिशु एवं प्रजनन अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार भाबोर ने कहा कि सभी एमओ अपने अधीन संस्थान की कोल्ड चेन का प्रतिदिन निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि बीसीएमओ हर माह में एक बार निरीक्षण करेंगे लेकिन संस्थान प्रभारी प्रतिदिन निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि कोल्ड चेन में तापमान के कारण कोई वैक्सीन खराब होती है तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित प्रभारी की होगी। इस दौरान डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि अक्षय व्यास ने 8 से 10 दिसंबर तक पोलियो अभियान की जानकारी दी। उन्होंने इसका माइक्रोप्लान 30 तक मांगा है। 106 टीबी पॉजिटिव मिलेजिला क्षय निवारण केंद्र के डॉ. मनोज ने बताया कि इस सत्र में जिले में 13927 टीबी जांचें की गईं। जिनमें से 106 पॉजिटिव पाए गए।
जिनका उपचार शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि निवारण केंद्र में 58 मरीज पॉजिटिव पाए गए हैं। बाकी सभी ब्लॉकों से हैं। इस पर जिला कलक्टर ने जांच का दायरा बढ़ाने के निर्देश दिए। इसी तरह उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राहुल डिंडोर ने कुष्ठ रोगियों के लिए दवाइयां उपकेंद्र तक पहुंचाने के निर्देश दिए, ताकि रोगियों को घर के नजदीक ही दवाइयां मिल सकें। उन्होंने बताया कि जिले में कुष्ठ रोगियों के 124 केस चिह्नित किए गए हैं। इन मुद्दों पर भी चर्चा हुईडीपीएम ललित सिंह झाला ने कायाकल्प एवं राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खोड़न में 28-29 को केंद्रीय स्तरीय टीम अस्पताल चिह्नित करेगी। इसी तरह फायर एनओसी अधिकारी ललित पाटीदार ने अस्पतालों में एनओसी लेने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दी। एनएचएम से एक्सईएन कोठारी ने सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर के नए भवनों के लिए आवश्यक भूमि के बारे में जानकारी दी। इधर, जिला कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत यादव ने महात्मा गांधी जिला अस्पताल में फायर व्यवस्था को सुचारू करने के लिए एनएचएम इलेक्ट्रिकल विंग के एईएन से निरीक्षण करवाने के निर्देश दिए। इसी तरह सिकलसेल एनीमिया, पीसीपीएनडीटी कार्यक्रम, संस्थागत प्रसव, तंबाकू मुक्त अभियान, मौसमी बीमारियों पर चर्चा की गई।