Bikaner बजट अनाउंसमेंट में जिले को नहीं मिली इलेक्ट्रिक बसें, लगा झटका

Bikaner बजट अनाउंसमेंट में जिले को नहीं मिली इलेक्ट्रिक बसें, लगा झटका
 
Bikaner बजट अनाउंसमेंट में जिले को नहीं मिली इलेक्ट्रिक बसें, लगा झटका

बीकानेर न्यूज़ डेस्क, बीकानेर वित्तमंत्री की ओर से बजट में प्रदेश के संभाग मुख्यालय वाले प्रमुख शहरों जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर को 500 इलेक्ट्रिक बसें उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है। इस मामले में बीकानेर खुद को ठगा सा महसूस कर रहा है। संभाग मुख्यालय और 20 किलोमीटर से ज्यादा परिधि में फैलाव वाले बीकानेर शहर को सिटी ट्रांसपोर्ट की सख्त जरूरत है। सरकार यदि बीकानेर को भी इस घोषणा में शामिल करती, तो शहर के लोगों को एक से दूसरी जगह आवागमन में बड़ी सहूलियत मिलती। साथ ही छोटे दुपहिया- तिपहिया आदि वाहनों की सड़क पर संख्या घटने से प्रदूषण से भी राहत मिलती। सुरक्षित ट्रांसपोर्ट के साथ लोगों की जेब पर टैक्सी किराया का भार चौथाई रह जाता।

रोजाना दस हजार लोगों को होता सीधा फायदा

32 साल पहले बीकानेर में सिटी बसें चलाई गई। परन्तु एक-दो महीने बाद ही इनका संचालन बंद कर दिया गया। मोटे अनुमान के मुताबिक, बीकानेर में रोजाना करीब 50 हजार लोग अपने दैनिक कार्य आदि के लिए सिटी में एक से दूसरी जगह जाते हैं। इलेक्ट्रिक सिटी बसें चलतीं, तो सीधे तौर पर 10 हजार लोगों को बहुत कम किराए में ट्रांसपोर्ट सुविधा मिल जाती।

प्रमुख रूट जहां चल सकती हैं बसें

जयपुर रोड से म्युजियम सर्किल, उरमूल चौराहा, स्पोर्ट्स स्कूल, एमएस कॉलेज पुलिया, कोठारी अस्पताल से मुरलीधर व्यास कॉलोनी तक।

गंगाशहर से रेलवे स्टेशन, पीबीएम अस्पताल, कलक्ट्रेट, जिला परिषद होकर बस स्टैण्ड तक।

पीबीएम अस्पताल से म्यूजियम सर्किल्, गंगानगर चौराहा, पुलिस लाइन, एमएस कॉलेज, मुक्ताप्रसाद, मुरलीधर व्यास नगर होकर एमजीएसयू तक।

कोटगेट, केईएम रोड, रेलवे स्टेशन, मेडिकल कॉलेज, जेएनवीसी, जयपुर रोड, हल्दीराम प्याऊ, वैष्णोधाम होकर जयपुर-जोधपुर बाईपास तक।