Bikaner स्कूली विद्यार्थियों को संविधान को लेकर जागरूक करने की मंशा पर लगा ग्रहण

Bikaner स्कूली विद्यार्थियों को संविधान को लेकर जागरूक करने की मंशा पर लगा ग्रहण
 
Bikaner स्कूली विद्यार्थियों को संविधान को लेकर जागरूक करने की मंशा पर लगा ग्रहण
बीकानेर न्यूज़ डेस्क , बीकानेर    हमारा संविधान केवल कानूनी दस्तावेज भर नहीं है। यह भारत की आत्मा का प्रतिबिंब है। यह हमें अधिकार देता है, तो उसकेसाथ अपने कर्तव्यों की याद भी दिलाता है।इसने हमें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता समेत दूसरी बड़ी आजादी दी है, तो उसकी हदें भी बताई हैं। संविधान के ऐसे ही बिंदुओं से आम जनता खास कर युवा पीढ़ी को अवगत कराने के उद्देश्य से तत्कालीन राज्यपाल कलराज मिश्र ने सभी विश्वविद्यालयों में संविधान पार्क बनाने की जरूरत बताई थी। बीकानेर के दो विश्वविद्यालयों ने तो नियत समय पर संविधान पार्क का निर्माण करवा कर इनका उद्घाटन भी करवा लिया।

हालांकि, तकलीफ देह तथ्य यह भी है कि युवा पीढ़ी को संविधान को लेकर जागरूक करने के जिस उद्देश्य से इन पार्कों के निर्माण की अवधारणा की गई थी, वह दूर-दूर तक भी पूरी होती दिखाई नहीं दे रही। आज हालात यह हैं कि संविधान पार्क अपने नौनिहालों की राह तकते-तकते अधीर हो रहा है। इक्का-दुक्का छोड़ युवा पीढ़ी को यहां लाने की ओर न तो स्कूलों और शिक्षण संस्थाओं का ही ध्यान है और न ही शासन-प्रशासन की रुचि।

जुलाई 2022 में एमजीएसयू में तैयार हुआ था पहला संविधान पार्क

महाराजा गंगासिंह विवि में बने संविधान पार्क का उद्घाटन 31 जुलाई 2022 को तत्कालीन राज्यपाल मिश्र ने किया था। पार्क की चारदीवारी पर 155 लोहे के लघु स्तम्भ लगाकर सुनहरा रंग किया गया। तकरीबन 4 फीट व्यास का 15 फीट ऊंचा आरसीसी का कॉलम बनाकर उसके ऊपर पांच फीट ऊंचाई का गन मेटल युक्त अशोक स्तम्भ स्थापित किया गया। 6 पेस्टल बनाकर उसमें श्याम रंग का ग्रेनाइट पत्थर लगवाकर सुनहरे अक्षरों में संविधान के उद्देश्य, मूल कर्तव्य, मूल अधिकार, संविधान सभा की प्रमुख समितियों के नाम व अध्यक्ष का विवरण लिपिबद्ध करवाया गया। पार्क में विभिन्न किस्म के पेड़-पौधे लगवाए गए। बैठने के लिए पत्थर की बेंच स्थापित की गईं। शानदार बिजली व्यवस्था की गई। साथ ही अशोक स्तम्भ सर्किल के चारों ओर रेलिंग लगवाई गई। संविधान पार्क में गनमेटल की बनी संविधान पुस्तिका भी लगवाई गई है।जबकि ऐसा ही वेटरनरी विश्वविद्यालय के सामने सादुल सदन के निकट दूसरा संविधान पार्क बना है।