Chittorgarh बजरी माफिया पर अंकुश की मांग को लेकर कलक्टर से मिले भाजपाई
चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, चित्तौड़गढ़ जिले में बजरी माफिया के तांडव से हर कोई त्रस्त है। पुलिस और परिवहन विभाग की लापरवाही के चलते अवैध बजरी नाके और बेनामी पर्चियों से हो रही वसूली के चलते लोगों को महंगे दामों में बजरी खरीदने पर मजबूर होना पड़ रहा है। बजरी माफिया की करतूत को लेकर अब भाजपा कार्यकर्ताओं को अपनी ही सरकार में भी गुहार लगानी पड़ रही है। शुक्रवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर आलोक रंजन, एएसपी व डीटीओ से मुलाकात कर अवैध बजरी नाके हटाने और लीज के पास ही चैकिंग करा बजरी माफिया पर अंकुश लगाने की मांग की। प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि सरकार ने बजरी खनन व परिवहन के लिए नियम बनाए हुए हैं। रोक के चलते बजरी का अवैध खनन व परिवहन बढऩे के कारण सरकारी नियम भी बेअसर हो गए हैं। जिसका सबसे बड़ा नुकसान सरकार व भवन निर्माताओं को उठाना पड़ रहा है।
आम आदमी को बजरी का तिगुना-चौगुना भुगतान करना पड़ रहा है। सरकार की रोक के बाद माफियाओं ने बजरी के दाम कई गुना बढ़ा दिए। अवैध बजरी के पूरे खेल का लाभ केवल बजरी माफियाओं को मिल रहा है। प्रतिनिधि मंडल में डुंगरपुर जिला प्रभारी कमलेश पुरोहित, जिला महामंत्री रघु शर्मा, रणजीत सिंह भाटी, प्रदेशाध्यक्ष कार्यक्रम प्रवास प्रभारी श्रवण सिंह राव, अनंत समदानी, पूर्व भाजयुमो जिलाध्यक्ष हर्षवर्धन सिंह, मीडिया प्रभारी मनोज पारीक, बस्सी मंडल अध्यक्ष गोपाल चौबे, मंडल महामंत्री सोहन खटीक, पूर्व भाजयुमो नगर अध्यक्ष गौरव त्यागी, जगदीश भांड, प्रिंस शर्मा, जगदीश शोकिया,छोटू धाकड़ आदि उपस्थित थे। इस दौरान जिला कलक्टर ने बजरी व्यापार में अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने एवं अवैध नाके हटाने व बेनामी पर्चियों से एकत्रित की जा रही अवैध राशि वसूलने पर ठोस अंकुश लगाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया।