जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी खेल, एक गंभीर घायल, मचा हाहाकार

जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी खेल, एक गंभीर घायल, मचा हाहाकार
 
जमीन विवाद को लेकर दो पक्षों में खूनी खेल, एक गंभीर घायल, मचा हाहाकार

सीकर न्यूज़ डेस्क, सीकर के दादिया थाना इलाके में सोमवार रात को जमीनी विवाद के चलते करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा बदमाशों ने फॉर्च्यूनर गाड़ी में तोड़फोड़ कर उसमें बैठे दो युवकों के साथ जमकर मारपीट की। एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। घायलों को इलाज के लिए सीकर के श्री कल्याण अस्पताल लाया गया। जहां से एक घायल युवक को इलाज के लिए जयपुर रैफर कर दिया गया। दादिया थाना पुलिस के अनुसार श्रवण कुमार फगेड़िया पुत्र लिखमाराम निवासी भादवासी ने आरके ग्रुप के नामजद मामला दर्ज करवाया है। श्रवण कुमार ने बताया कि उनका रिश्ते में भांजा सुरेश कुमार मुवाल पुत्र गोपाल लाल निवासी श्यामपुरा नई फॉर्च्युनर कार से शादी में जाकर गुमाना का बास की ढाणी से शादी में गए हुए थे। उसके साथ उसका दोस्त अशोक कुमार निवासी मूंडवाड़ा व अजय भी थे। सुरेश कुमार मुवाल सोमवार रात करीब 8.20 बजे लक्ष्मणा का बास वाले रास्ते से पर पहुंचा तो वहां पहले से तैयार बदमाशों ने उनकी कार पर कैंपर गाड़ियों से हमला कर दिया। आरके ग्रुप के सरगना हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा निवासी कैमरी की ढाणी, नवलगढ़ व उसके करीब 15 साथियों ने फॉर्च्युनर को सबसे पहले कैंपर से टक्कर मारी थी। कैंपरों से टक्कर मारकर कार को आरोपियों ने रोड से नीचे खाई में गिरा दिया। अजय व अशोक मौका पाकर कार से उतर कर भाग निकले।

जान से मारने की धमकी देकर गए

एफआईआर में आरोप है कि हिस्ट्रीशीटर रविंद्र कटेवा व अन्य बदमाशों ने रोड पर एक डिफेंस एकेडमी के मैन गेट तोड़कर खेत में भागते सुरेश मुवाल को पकड़कर गाड़ी में डाल लिया। आरोपी सुरेश को सीकर- झुंझुनूं रोड पर ले गए और नीचे पटक कर धारदार हथियार व सरियों से मारपीट की। आरोपियों ने जाते हुए धमकी दी की यही हाल श्रवण कुमार व उसके परिवार और उसके साथियों का करेंगे। घटना के बाद मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और पुलिस को सूचना दी। दादिया थानाधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि जमीनी विवाद में घायल होने वालों के नाम सुरेश और अजय है।

श्रवण ने छह दिन पहले दी थी शिकायत

पीड़ित श्रवण कुमार ने 20 नवंबर को आईजी, एसपी और एसओजी को पत्र लिखा था कि उनकी जान को खतरा है और कभी भी हमला हो सकता है। पीड़ित व उनकी बहनों का पुस्तैनी जमीन पर कब्जा है और उन्होंने स्टे भी ले रखा है। बावजूद इसके पुलिस ने कार्रवाई नहीं की, जिसके चलते यह वारदात हो गई।