Bundi टनल के पास पहाड़ी पर धोकड़े के पेड़ों में लगी लट
बूंदी न्यूज़ डेस्क, बूंदी शहर के पास, टनल के ऊपर व फलसागर रोड टावर की पहाड़ी रेंज के पास, तालाब गांव के निकट स्थित अरावली की पहाड़ी के जंगलों में स्थित धोकड़े के पेड़ों में लट का भंयकर प्रकोप लग जाने से सैकड़ों बीघा में वे पेड़ों की पत्तियां चट कर गई। इससे यहां पर हरियाली को ग्रहण लग गया है।तालाब गांव ओवरब्रिज के तीनों तरफ अरावली पहाड़ी पर सैकड़ों बीघा पहाडिय़ों पर धोकडे के पेड़ हैं। यहां पहली बारिश में पेड़ हरे भरे होने पर यहां का नजारा वादियां से कम नहीं लगता हैं। सैकड़ों लोग यहां पर फ ोटो शूट करते हैं, लेकिन गत दिनों इन पहाडिय़ों पर स्थित हजारों हजारों की संख्या में धोक के पेड़ सूख गए हैं। यहां पर धोकड़े में लट लगने से वे पेड़ की सारी पत्तियां चट कर गई है। पत्तियां नष्ट होने से हरियाली गायब हो गई है, जिससे प्रकृति और पर्यावरण प्रेमी चिंतित है।
तालाब गांव व आसपास के लोगों ने बताया कि गत एक माह से लगातार पेड़ सूखने के कारण पहाड़ों की हरियाली गायब हो गई है, इसकी इलाके में खासी चर्चा है, लेकिन वन विभाग व प्रशासन का इस ओर ध्यान नहीं है।पहली बारिश आने के बाद कुछ समय तक सूखा रहने से लट का प्रकोप बढ़ जाता है, लेकिन इस बार लटें पत्तियों को पूरी खा गई हैं। इस मामले को दिखाया जाएगा।बूंदी टनल, फूल सागर के आसपास के सैकड़ों बीघा भूभाग पर धोकड़े के पेड़ है, जो बारिश में हरे भरे रहते हैं। लेकिन इस बार लट का प्रकोप अधिक हो जाने से उन्होंने पत्तियों को चट कर दिया है। अब इस रोग से निपटने के लिए वन विभाग को ड्रोन से कीटनाशक का स्प्रे करवाना चाहिए, ताकि लट नष्ट हो और पेड़ की पत्तियां दोबारा पनप जाएं।धोकड़े के पेड़ सूखना प्रकृति के लिए काफी नुकसानदायक है। यहां पर वन विभाग तत्काल संज्ञान लेते हुए कीटनाशक का स्प्रे करें, ताकि दोबारा फू टन हो अन्यथा एक बार पेड़ सूखने पर अधिक नुकसान होने व दोबारा अंकुरित होने में समस्या आ सकती है । यहां ग्रामीण सूखे पेड़ों को लेकर काफ ी चिंतित हैं।
एक दशक पहले जैसी स्थिति
विगत एक दशक पहले भी धोकड़े के पेड़ों में लट का प्रकोप होने से यहां पर दर्जनों बीघा वन क्षेत्र में उगे पेड़ की पत्तियां सूख गई थी। बारिश के मौसम में भी यहां पर बंजर सा माहौल नजर आने लगा था।