Chittorgarh अजमेर-चंदेरिया मल्टी ट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, लोगों को राहत

Chittorgarh अजमेर-चंदेरिया मल्टी ट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, लोगों को राहत
 
Chittorgarh अजमेर-चंदेरिया मल्टी ट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मिली मंजूरी, लोगों को राहत

चित्तौड़गढ़ न्यूज़ डेस्क, केंद्र सरकार ने अजमेर-चंदेरिया रेलवे लाइन के मल्टी ट्रैकिंग प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है. स्थानीय निवासियों और उद्योग जगत की ओर से लंबे समय से इसकी मांग की जा रही थी। मल्टी ट्रैकिंग की मांग पूरी होने पर अब आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। यहां से ट्रेनों का आवागमन भी बढ़ेगा। यह ट्रैक 1813.28 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर-चंदेरिया रेल मार्ग के मल्टी ट्रैकिंग प्रोजेक्ट को कैबिनेट से मंजूरी मिल गई है. राजस्थान में तीन महत्वपूर्ण रेल मार्गों की मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना को मंजूरी दे दी गई है, जिसमें यह भी शामिल है। उन्होंने कहा कि इससे तेज और सुचारू  रेल परिचालन को बढ़ावा मिलेगा और यात्रियों को आने वाले समय में कई ट्रेनों की सुविधा भी मिलेगी. इससे आर्थिक, सामाजिक और धार्मिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के भी कई अवसर मिलेंगे.

व्यस्ततम मार्ग, लंबे समय से थी मांग

उन्होंने बताया कि यह रूट काफी व्यस्त होने के कारण काफी समय से इस प्रोजेक्ट की मांग की जा रही थी. इसमें न केवल क्षेत्रवासियों को लाभ मिलेगा, बल्कि उद्योग जगत को भी काफी लाभ मिलेगा। मल्टी ट्रैक होने के कारण अन्य वाहनों की आवाजाही भी संभव हो सकेगी। इस कार्य को जल्द से जल्द शुरू कराने का प्रयास किया जाएगा।

यह प्रोजेक्ट 1813.28 करोड़ का है

मुख्य जनसंपर्क निरीक्षक अजमेर अशोक चौहान ने बताया कि अजमेर-चंदेरिया 178.20 रूट किलोमीटर और 212.08 ट्रैक किलोमीटर रेल मार्ग का दोहरीकरण किया जाएगा। इसकी अनुमानित लागत 1813.28 करोड़ रुपये है, जिसे मंजूरी दे दी गयी है. उन्होंने बताया कि चित्तौड़गढ़ के चंदेरिया स्टेशन के आसपास कई मार्बल और सीमेंट उद्योग हैं. इसके अलावा भीलवाड़ा में कपड़ा उद्योग भी है। इन सभी उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नये अवसर पैदा होंगे। इसके अलावा अजमेर, चित्तौड़गढ़ और उदयपुर में भी पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी। नसीराबाद में सैन्य क्षेत्र होने से सैनिकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी। इस रूट के दोहरीकरण से लाइन क्षमता बढ़ेगी और अधिक ट्रेनों का संचालन हो सकेगा।